पंजाब

सेहत मंत्री ने किया था अभद्र व्यवहार, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. राजबहादुर का इस्तीफा मंजूर

Admin4
11 Aug 2022 12:42 PM GMT
सेहत मंत्री ने किया था अभद्र व्यवहार, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. राजबहादुर का इस्तीफा मंजूर
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने 29 जुलाई को बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान स्किन वार्ड के फटे व गंदे गद्दे देख वह भड़क गए। उन्होंने पास खड़े यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. राज बहादुर का हाथ पकड़कर बेड पर लिटा दिया था।

फरीदकोट की बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर के इस्तीफे को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंजूर कर लिया है। स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के अभद्र व्यवहार से निराश डॉ. राज बहादुर ने 30 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें फोन कर उनसे खेद भी जताया था।

यह है पूरा मामला

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने 29 जुलाई को बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान स्किन वार्ड के फटे व गंदे गद्दे देख वह भड़क गए। उन्होंने पास खड़े यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. राज बहादुर का हाथ पकड़कर बेड पर लिटा दिया और कहा कि आप भी इस गंदगी का अहसास करें। मंत्री ने कहा कि यह चमड़ी रोग वार्ड है और आप जानते हैं त्वचा रोगों में सफाई की कितनी जरूरत होती है। इस पर वीसी ने कहा कि फंड की कमी की वजह से बेड और बिस्तर का प्रबंध नहीं हो सका। स्वास्थ्य मंत्री ने फिर कहा कि आप यहां के अधिकारी हैं। आप व्यवस्था को सुधार सकते थे। जो भी आपके पास है, उसकी तो साफ-सफाई करवा सकते थे। स्वास्थ्य मंत्री के अभद्र व्यवहार से निराश डॉ. राज बहादुर ने अगले दिन अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के इतिहास में डॉ. राज बहादुर ही अकेले ऐसे वाइस चांसलर थे, जिनकी शानदार सेवाओं को ध्यान में रखते हुए ही पंजाब सरकार ने उनके कार्यकाल में दो बार बढ़ोतरी की थी। इससे पहले वाइस चांसलर डॉ. एसएस गिल का कार्यकाल एक बार बढ़ा था। दिसंबर 2014 में डॉ. एसएस गिल के सेवानिवृत्त होने के बाद डॉ. राज बहादुर की नियुक्ति हुई थी। तीन साल के कार्यकाल में मेडिकल शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के चलते उनके कार्यकाल में पंजाब सरकार ने दिसबंर 2017 में पहली बार बढ़ोतरी की थी। इसके बाद दिसंबर 2020 में दूसरी बार फिर से उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ाया।

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