पंजाब

बाबा नानक के विवाह के अवसर पर फूलों से महका गुरुद्वारा 'श्री बेर साहिब'

Shantanu Roy
28 Aug 2022 2:51 PM GMT
बाबा नानक के विवाह के अवसर पर फूलों से महका गुरुद्वारा श्री बेर साहिब
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सुल्तानपुर लोधी। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व की खुशी में सिख धर्म के संस्थापक, मानवत के रहबर श्री गुरु नानक देव जी के पावन स्थान ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री बेर साहिब जी के सुल्तानपुर लोधी के दरबार में अलग-अलग किस्मों के फूलों से बहुत ही श्रद्धा भाव से सजाया गया है। दरबार साहिब के अंदर और मुख्य प्रवेश द्वार पर फूलों से सजाने के लिए विशेष कारगीगर लगाए हुए हैं वहीं श्रद्धालु संगत भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सहयोग कर रही हैं। अलग-अलग तरह के फूल तीर्थयात्रियों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। गौरतलब है कि अमृतसर में पहला प्रकाश पर्व सचखंड श्री दरबार साहिब में विश्व स्तरीय आयोजन के साथ मनाया जा रहा है, जहां पिछले 5 दिनों से सैकड़ों कारीगरों ने सचखंड श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब को लाखों फूलों से सजाया है। इसी प्रकार ऐतिहासिक पहली पातशाही गुरुद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी में 28 अगस्त को श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रथम प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है। 2 सितंबर को श्री गुरु नानक देव जी की शादी की सालगिरह की याद में गुरमत समारोह का आयोजन किया जा रहा है और 2 सितंबर को सुबह 7 बजे गुरुद्वारा बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी से बटाला के लिए महान नगर कीर्तन भी सजाया जा रहा है।
गुरुद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी के प्रबंधक भाई सरब दयाल सिंह घड़ियाला ने कहा कि समूह संगत के सहयोग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व के अवसर पर एक समारोह का आयोजन कर रही है, जो कि 28 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। वहीं 1 सितंबर की शाम को, सतगुरु प्रथम पातशाह जी की शादी की सालगिरह के उपलक्ष्य में भाई मरदाना जी दीवान हॉल में एक धार्मिक दीवान सजाया जाएगा। इस दिन ही बटाला साहिब से आने वाली संगतों का स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2 सितंबर को गुरुद्वारा बेर साहिब के दरबार साहिब में सुबह 7 बजे पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को सजाया जाएगा और पांच प्यारे साहिबानों के नेतृत्व में नगर कीर्तन बटाला के लिए रवाना होगा जोकि तलवंडी है चौधरिया रोड, मुंडी मोड़, ऊच्चा से होते हुए ब्यास, बाबा बकाला साहिब, मेहता चौक और शाम को बटाला साहिब के गुरुद्वारा सतकरतरिया साहिब पहुंचकर समाप्त होगा। इस समय भाई हरजिंदर सिंह चंडीगढ़ प्रधान ग्रंथी गुरुद्वारा बेर साहिब गुरुद्वारा साहिब को सेवादारऔर संगतों के जरिए गुरुद्वारा अंदर सजावट करवा रहे हैं।
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