किसानों के हितों की रक्षा की दिशा में एक और कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने बारिश के कारण क्षतिग्रस्त फसलों की विशेष गिरदावरी करने में पटवारी की सहायता के लिए 'क्षतिपूर्ति सहायक' (फसल क्षति राहत सहायक) को नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
निर्णय के अनुसार, ई-फसल क्षतिपूर्ति में शामिल क्षेत्र को 500 एकड़ के क्षतिपूर्ति प्रखंडों में विभाजित किया जाएगा और सहायक प्रत्येक प्रखंड का सत्यापन करेगा।
ई-क्षतिपूर्ति रविवार तक खुली है
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को कहा कि किसान फसल नुकसान की रिपोर्ट रविवार तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड कर दें, ताकि गिरदावरी का आकलन किया जा सके.
उन्होंने किसानों से किसी भी असुविधा से बचने के लिए 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर अपने बैंक खाते के विवरण की फिर से जांच करने का भी आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 16.83 लाख एकड़ में हुए नुकसान का डाटा पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है।
क्षतिपूर्ति सहायक क्षतिग्रस्त फसल की फोटो स्थान व समय की मोहर के साथ ई-फसल क्षतिपूर्ति एवं ई-स्पेशल गिरदावरी पर अपलोड करेंगे।
राज्य सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के लिए विशेष गिरदावरी कराने का निर्णय लिया था। किसानों को अगले माह तक समय पर राहत प्रदान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सभी उपायुक्तों को जल्द से जल्द निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया देखने का निर्देश दिया गया है।