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पंजाब में धर्म परिवर्तन पर भाजपा नेता RP सिंह ने जताई चिंता, SGPC पर कसा तंज
Shantanu Roy
3 Aug 2022 4:22 PM GMT
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जालंधर। पंजाब में धर्म परिवर्तन को लेकर भारतीय जनता पार्टी तथा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने जहां पंजाब में बढ़ रहे धर्म परिवर्तन को लेकर एस.जी.पी.सी. की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी ने आर.पी. सिंह को जहां नसीहत दी है, वहीं उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधन तथा समाज सेवा के काम से जुड़े संगठन का मजाक उड़ाने के लिए आर.पी. सिंह को आड़े हाथों लिया है।
दरअसल यह विवाद भाजपा नेता आर.पी. सिंह की तरफ से किए गए ट्वीट के बाद पैदा हुआ है, जिसमें आर.पी. सिंह ने कहा था कि पंजाब में जिस तरह से धर्म परिवर्तन की गति बढ़ गई है, उससे यह लगता है कि जल्द ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी शिरोमणि चर्च प्रबंधक कमेटी बन जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हरजिंद्र सिंह धामी एक समझदार इंसान हैं तथा उन्हें सबसे पहले समस्या पर विचार करना चाहिए।
एस.जी.पी.सी. से ज्यादा स्मार्ट तरीके से काम कर रहे हैं ईसाई मिशनरी
आर.पी. सिंह ने कहा कि एस.जी.पी.सी. को क्रिश्चियन मिशनरियों से ज्यादा बेहतर तरीके से काम करना होगा। आर.पी. सिंह ने कहा कि विश्व स्तर पर एक कमेटी बनाए जाने की जरूरत है, जो इस धर्म परिवर्तन के खतरे से दो-दो हाथ कर सके और गांवों में हो रहे धर्म परिवर्तन पर अंकुश लगाया जा सके। प्रबंधक कमेटी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरीके से इस संबंध में काम होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है।
इसाइयों से विवाद नहीं, लेकिन अल्पसंख्यकों पर निशाना चिंताजनक
आर.पी. सिंह ने कहा कि जो धर्म प्रचारक कमेटियां हैं, उन्हें गांव-गांव जाकर लोगों को धर्म परिवर्तन से बचने की नसीहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत भर में सबसे ज्यादा चर्च पंजाब में हैं तथा जालंधर में सबसे बड़ा चर्च निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि क्रिश्चियन वर्ग के साथ कोई विवाद नहीं है, लेकिन अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर जिस तरह से उनका धर्म परिवर्तित किया जा रहा है, वह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि सिख धर्म से संबंधित कमेटियां खामोशी से बैठी हैं और इस संबंध में कोई कदम नहीं उठा रही। आर.पी. सिंह ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने जालंधर के एक पास्टर को दावा करते हुए दिखाया है कि पंजाब में 20 प्रतिशत जनसंख्या का धर्म परिवर्तन हो चुका है। वीडियो में पास्टर ने कहा कि जो 2 प्रतिशत आंकड़ा दिखाया जा रहा है, वह पुरानी सांख्यिकी से संबंधित है। अगर नई जनगणना होगी तो यह आंकड़ा 20 प्रतिशत के करीब होगा। आर.पी. सिंह ने कहा कि वह किसी पर कोई आरोप नहीं लगा रहे, लेकिन क्रिश्चियन मिशनरी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुकाबले स्मार्ट तरीके से काम करके बेहतर परिणाम हासिल कर रहे हैं।
एस.जी.पी.सी. ने आर.पी. सिंह और भाजपा पर उठाए सवाल
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंद्र सिंह धामी ने कहा कि अगर वाक्य ही आर.पी. सिंह इस मामले में गंभीर हैं तो उन्हें चाहिए कि एस.जी.पी.सी. की तरफ से केंद्र के साथ इस संबंध में चल रहे केस को तुरंत हल करवाएं। उन्होंने कहा कि सिख कमेटी पर सवाल उठाना, वो भी धर्म परिवर्तन के मामले पर, यह कोई सामान्य बात नहीं है और किसी साजिश के तहत यह सब प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एस.जी.पी.सी. सिख धर्म के लिए काम कर रही है, जबकि आर.पी. सिंह इस पावन कमेटी के साथ जुड़े संगठन की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए आर.पी. सिंह को माफी मांगनी चाहिए। धामी ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता आर.पी. सिंह द्वारा प्रबंधक कमेटी को शिरोमणि चर्च प्रबंधक कमेटी जैसे नाम देना असहनीय है और इसके कारण सिख वर्ग की भावनाओं को चोट पहुंची है।
उन्होंने कहा कि जिस धर्म परिवर्तन की आर.पी. सिंह बात कर रहे हैं, उस संबंध में एस.जी.पी.सी. गंभीर है। इस संबंध में राष्ट्रीय आयोग (अल्पसंख्यक) के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा, भारत सरकार को लिखा जा चुका है। इसके अलावा जून 2022 में एस.जी.पी.सी. तथा क्रिश्चियन वर्ग के बीच में दिल्ली में एक बैठक भी हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर आर.पी. सिंह इस मामले में वाक्य में गंभीर हैं तो उन्हें एस.जी.पी.सी. के केंद्र के पास पैंडिंग इस मुद्दे पर कार्रवाई करवानी चाहिए।
Shantanu Roy
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