x
बड़ी खबर
चंडीगढ़। कोरोना महामारी के बाद अब देश के कई राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के चलते लगातार सूअरों की मौत हो रही है। यूटी प्रशासन का पशुपालन विभाग भी इसको लेकर अलर्ट हो गया है, क्योंकि इस बीमारी की वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं है। प्रशासन ने वीरवार को एक पशु चिकित्सक को नोडल अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है। कुछ राज्यों में ये बीमारी बहुत तेजी से फैली है। बिहार और उत्तराखंड जैसे राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर से प्रसित सुअरों को मारने का अभियान भी चलाया जा रहा है।
पशुपालन विभाग के सचिव एसएस गिल ने वीरवार को एक समीक्षा बैठक भी की। बताया गया कि शहर में 138 सूअर हैं। शहर में अबतक बीमारी का कोई मामला सामने नहीं आया है। सचिव ने बीमारी पर सतर्क रहने और सूअर मालिकों के बीच जागरूकता पैदा करने की सलाह दी है, क्योंकि वर्तमान में अफ्रीकी स्वाइन फीवर के लिए न तो कोई इलाज है और नहीं कोई टीका है। जानकारों के अनुसार सूअर में बुखार के लक्षण मिलते हैं तो वे खाना बंद कर देते हैं और जल्द मर जाते हैं। विभाग ने आग्रह किया है कि सभी सूअर पालन करने वाले लोग सतर्क रहें और सूअरों में असामान्य मृत्यु और बीमारी पर तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय में जानकारी दें।
Next Story