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शास्त्री मार्कीट में स्थित एक प्रॉपर्टी को लेकर डी.सी.पी. रैंक के अधिकारी और 'आप' विधायक में हाथापाई हो गई। यह हाथापाई गुरु नानक मिशन चौक पर स्थित सवेरा भवन में हुई। डी.सी.पी. और विधायक उस दफ्तर में राजीनामा करने के लिए बुलाए गए थे।
सूत्रों की मानें तो जालंधर कमिश्नरेट के डी.सी.पी. शास्त्री मार्कीट के नजदीक एक प्रापर्टी विवाद को निपटाने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष से आम आदमी पार्टी के विधायक भी पहुंच गए। पहले बातचीत के दौरान डी.सी.पी. और विधायक में वहां बहसबाजी हुई लेकिन इस विवाद को लेकर वह गुरु नानक मिशन चौक स्थित 'सवेरा भवन' पहुंचे तो यह विवाद हिंसा में बदल गया और दोनों में कहासुनी हो गई।
सूत्रों की माने तो डी.सी.पी. को दूसरे पक्ष के किसी व्यक्ति ने धक्का मार दिया। डी.सी.पी. ने जब इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। इस विवाद में दफ्तर का मालिक भी कूद गया जिसने डी.सी.पी. के साथ हाथापाई की लेकिन दफ्तर मालिक द्वारा की हाथापाई की पुष्टि नहीं हो पाई है।
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के डी.सी.पी. रैंक के अधिकारी के साथ हुई बदसलूकी के बाद मौके पर कई पुलिस अधिकारी पहुंच गए। दफ्तर के आस-पास पी.सी.आर. और पुलिस अधिकारियों की गाड़ियां पहुंच गई। हालांकि उक्त दफ्तर को अंदर से बंद कर दिया गया। इस दौरान एक पक्ष के 4 लोगों ने दावा किया कि वह इस विवाद में घायल हुए हैं जिसमें राहुल, सन्नी दोनों निवासी बस्ती शेख, दीपक निवासी ग्रीन एवेन्यू शामिल थे।
वहीं देर रात सिविल अस्पताल में इलाज न होने के आरोप लगाकर उक्त पक्ष ने तोड़फोड़ और हंगामा किया। सिविल अस्पताल में हुई गुंडागर्दी की सूचना मिलते ही थाना 4 के प्रभारी कमलजीत सिंह भी मौके पर पहुंच गए। देर रात 2 बजे तक ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक एवं इन्वैस्टीगेशन कंवलप्रीत सिंह चाहल, ए.सी.पी. नॉर्थ मोहित सिंगला, ए.सी.पी. प्रीत कंवलजीत सिंह समेत इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह, थाना 2 के प्रभारी भरत भूषण अपनी टीम के साथ सिविल अस्पताल में पहुंचे। हालांकि देर रात चर्चा होती रही कि दोनों पक्षों में उसी दफ्तर में राजीनामा होने की बात चल रही है, लेकिन एक पक्ष डी.सी.पी. के विरोध में खड़ा हुआ है। देर रात विधायक और डी.सी.पी. ने फोन तक नहीं उठाए।
विधायक के भाई राजन अस्पताल पहुंचे, बोले-मुझे कोई जानकारी नहीं
एक तरफ गुरु नानक मिशन चौक के नजदीक स्थित सवेरा भवन के बाहर पुलिस की गाड़ियां हूटर बजाती पहुंची तो दूसरी तरफ घायल पक्ष की ओर से विधायक के भाई राजन सिविल अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान मीडिया कर्मियों ने उनके साथ बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि वह फिलहाल सिविल अस्पताल में जानकारी एकत्रित करने आए है। सूत्रों की माने तो राजन एक ए.सी.पी. के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे थे परंतु मीडिया के सामने उन्होंने एक भी शब्द नहीं बोला।
देर रात अढ़ाई बजे तक बना रहा सस्पेंस, डी.सी.पी. को बचाने का विडियो वायरल
देर रात 2.30 बजे तक इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों में सस्पेंस बना रहा। कुछ अधिकारी सिविल अस्पताल में मौजूद थे जबकि कुछ गुरु नानक मिशन चौक स्थित उस दफ्तर के बाहर तैनात थे जहां पर यह सारा विवाद हुआ। हालांकि देर रात एक वीडियो भी वायरल हुआ जहां पर डी.सी.पी. रैंक के अधिकारी को डी.सी.पी. जसकिरणजीत सिंह तेजा भीड़ में से बचाते हुए बाहर आते दिखे जबकि डी.सी.पी. को कुछ लोग गालियां भी निकाल रहे थे। उस वीडियो मे कुछ बुक्की और गुंडे भी नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर पुलिस मुलाजिमों में भी रोष पाया जा रहा है जो कि अपने अधिकारी के साथ हुई बदसलूकी को लेकर आंदोलन भी कर सकते हैं।
Admin4
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