महाराष्ट्र

मराठवाड़ा क्षेत्र में विजयादशमी महोत्सव की धूम

Rani Sahu
5 Oct 2022 1:54 PM GMT
मराठवाड़ा क्षेत्र में विजयादशमी महोत्सव की धूम
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औरंगाबाद, महाराष्ट्र में मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में बुधवार को नवरात्रि उत्सव (Navratri festival) का दसवां दिन विजयादशमी पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। विजयादशमी (vijayadashmi) बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और साढ़े तीन मुहूर्तों में से एक माना जाता है। सभी जिला मुख्यालयों से आ रही खबरों के अनुसार, सुबह से ही लोग गेंदे का फूल खरीदते नजर आ रहे हैं जिससे वे अपने-अपने घरों के प्रवेश द्वारों और वाहनों को माला पहना सकें। लोग शाम के समय एक-दूसरे से मिलने, शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने के साथ एक-दूसरे को देने के लिए 'सोने के पत्ते' खरीद रहे हैं।
नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि महोत्सव 26 सितंबर को मराठवाड़ा क्षेत्र (Marathwada Region) के दो शक्तिपीठों में 'घटस्थापना' (देवी की मूर्ति की स्थापना) के साथ शुरू हुआ, पहला नांदेड़ जिले में 'रेणुका माता' और दूसरा उस्मानाबाद जिले में 'मां तुलजा भवई', यह महोत्सव आज दशमी के अवसर पर समाप्त हुआ। इस अवसर पर शाम को देवी की प्रतिमाओं के विसर्जन का जुलूस निकाला जाएगा।
मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, नौ दिनों तक चलने वाले उत्सव में महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्यों से 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रेणुका माता और तुलजा भवई का दर्शन करने आए। औरंगाबाद में कर्णपुरा तुलजा भवानी मंदिर के साथ-साथ शहर के चिराग और राजा बाजार में बालाजी पालकी का जुलूस निकाला जा रहा है। इसके बाद शाम को वालुज इलाके के रामलीला मैदान और कई स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा।
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