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महाराष्ट्र की राजनीति में कल का दिन अहम, इन नेताओं का मंत्री बनना तय
न्यूज़क्रेडिट:आजतक
महाराष्ट्र की राजनीति में कल का दिन काफी अहम रहने वाला है. कई दिनों बाद शिंदे सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है. इस मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी के खाते में 9 मंत्रालय जा सकते हैं. जो लिस्ट सामने आई है उसके मुताबिक बीजेपी से चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन जैसे कई दिग्गजों को मौका दिया जा सकता है.
बीजेपी नेताओं की फाइनल लिस्ट
जो लिस्ट सामने आई है उसमें बीजेपी कोटे से चंद्रकांत पाटिल, राधा कृष्ण विखे पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, सुरेश खडे, अतुल सावे, मंगल प्रभात लोधा, विजय कुमार गावित, रविंद्र चवन का मंत्री बनना तय माना जा रहा है. खबर तो ये भी है कि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग जा सकता है. अभी तक शिंदे खेमे की तरफ से कोई फाइनल लिस्ट तो सामने नहीं आई है, लेकिन जिन नामों पर चर्चा चल रही है, उसमें गुलाब राव पाटिल, सदा सावरकर, दीपक केसरकर के नाम सबसे आगे चल रहे हैं.
वैसे ये कैबिनेट विस्तार जो सरकार बनने के 35 दिन से ज्यादा के बाद किया जा रहा है, अगर समय रहते बागी विधायकों की सदस्यता पर फैसला आ जाता, तो ये काम काफी पहले भी किया जा सकता था. लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लगातार तर्क दिया गया है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में देरी का सरकार चलाने पर कोई असर नहीं पड़ा है. अभी भी राज्य के विकास को ही प्राथमिकता दी जा रही है और लोगों की सेवा करने पर सारा जोर है.
बीजेपी होगी बड़े भाई की भूमिका?
यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि कल कुल 14 मंत्री शपथ लेने वाले हैं. अगर बीजेपी के कोटे से 9 मंत्री शपथ लेते हैं, ऐसी सूरत में शिंदे कोटे से पांच मंत्री शपथ लेने वाले हैं. खबर तो ये भी है कि बीजेपी के कोटे से दो और मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. इसमें एक महिला विधायक को मौका देने पर विचार किया जा रहा है. वो कौन होंगी, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है.
वैसे इस मंत्रिमंडल विस्तार के अलावा अब शिवसेना किसकी होगी, ये वाली जंग भी जोर पकड़ने वाली है. चुनाव आयोग में सोमवार को दोनों शिंदे और उद्धव गुट को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करवाने थे. लेकिन अभी तक सिर्फ शिंदे खेमे की तरफ से दस्तावेज आए हैं. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के शिंदे गुट ने हलफनामे के साथ नत्थी दस्तावेजों में सबूत के तौर पर विधायक, सांसद, स्थानीय निकायों में पार्षद की सूची के साथ साथ पार्टी की केंद्रीय, राज्य और स्थानीय इकाइयों में अपने समर्थकों की दावेदारी की सूची के साथ जमा की है.
कैसे महाराष्ट्र में हुआ सारा खेल?
अब ये नौबत भी इसलिए आई है क्योंकि महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले दिनों जिस तरह की उथल-पुथल देखने को मिली थी, उसने ना सिर्फ उद्धव ठाकरे को सत्ता से बेदखल कर दिया, बल्कि शिवसेना पर उनकी पकड़ को भी कमजोर करने का काम किया. हालात ऐसे बन गए कि ज्यादातर विधायक और सांसद एकनाथ शिंदे के साथ चले गए. अब संख्याबल जरूर एकनाथ शिंदे के साथ दिख रहा है, लेकिन अभी भी पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ही हैं. इसी वजह से वे पार्टी पर अपना हक मानते हैं. लेकिन शिंदे ने इसे चुनौती दे दी है, चुनाव आयोग में दस्तावेज भी जमा करवा दिए हैं, आगे क्या होने वाला है, इसी पर सभी की नजर रहेगी.