महाराष्ट्र

मध्यवर्ती अस्पताल की लापरवाही उजागर आधे घंटे तक ऑटो में रहा बुजुर्ग का शव

Shantanu Roy
9 Feb 2023 9:50 AM GMT
मध्यवर्ती अस्पताल की लापरवाही उजागर आधे घंटे तक ऑटो में रहा बुजुर्ग का शव
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बड़ी खबर
उल्हासनगर। मुंबई से सटे उल्हासनगर का सरकारी मध्यवर्ती अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है. खबर है कि एक बुजुर्ग व्यक्ति का शव करीब आधे घंटे तक ऑटो रिक्शा में पड़ा रहा लेकिन उसे देखने वाला ना तो अस्पताल का कोई डॉक्टर था और ना ही नर्सिंग स्टॉफ। प्राप्त जानकारी के अनुसार उल्हासनगर के कैंप एक स्थित बस स्टॉप के पास एक बुजुर्ग व्यक्ति को हार्ट अटैक आया और वहीं वो बेहोश होकर गिर पड़े. स्थानीय लोगों ने उनकी कोई मदद नहीं की तब एक ऑटो रिक्शा चालक ने इंसानियत दिखाते हुए उक्त बुजुर्ग को अपने ऑटो में लेकर मध्यवर्ती अस्पताल पहुंचा. लेकिन वहां उस बुजुर्ग को देखने ना तो कोई डॉक्टर आये और ना ही अस्पताल के स्टॉफ ने बुजुर्ग को ऑटो से निकालकर अस्पताल में ले जाना मुनासिब समझा. रिक्शा चालक भटकता रहा मगर किसी ने उसकी एक ना सुनी।
आख़िरकार मध्यवर्ती पुलिस थाना के दो कांस्टेबल वहां आये और उन दोनों ने खुद से स्ट्रेचर लाकर बुजुर्ग को ओपीडी में ले गए जहां डॉक्टर ने वृद्ध को मृत घोषित कर दिया. मृतक का नाम बालासाहब गोविंद बताया जा रहा है. इस घटना से एक बार फिर मध्यवर्ती अस्पताल की लापरवाही उजागर हुई है. दरअसल इस सरकारी अस्पताल में उपचार का घोर आभाव है. मरीजों और उनके परिजनों का आरोप रहता है कि जो भी गंभीर मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं उन्हें अन्य अस्पतालों में जाने की सलाह दी जाती है. यहां डॉक्टरों तथा नर्सिंग स्टॉफ की भारी कमी है. सिटी स्कैन और एक्सरे मशीन होने के बावजूद ऑपरेटर नहीं होने से मरीजों को सिटी स्कैन और एक्सरे करवाने के लिए बाहर जाना पड़ता है. अंदर साफ-सफाई से लेकर मरीजों को ढंग से खाना तक नहीं मिलता। बहरहाल मध्यवर्ती अस्पताल में घोर लापरवाही चल रही है लेकिन इस और ध्यान देने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है।
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