- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- एसटी कर्मचारी हड़ताल...
x
मुंबई। एसटी कर्मचारी (ST employee) एक बार फिर हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। एसटी कर्मचारी कांग्रेस के महासचिव श्रीरंग बरगे (Srirang Barge) ने आरोप लगाया कि अभी भी एसटी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन नहीं मिल रहा है। हड़ताल के दौरान की गई वेतन वृद्धि में अनेक त्रुटियां हैं। वेतन बढ़ोतरी (salary increase) के बारे में सरकार के विधानमंडल और विधान मंडल के बाहर दिए गए बयान भ्रामक है और यह सरकार के दोहरेपन को उजागर करता है। दो साल पहले एसटी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर करीब पांच महीने तक हड़ताल की थी।
बरगे ने कहा कि हड़ताल के दौरान सरकार ने तीन सदस्यीय समिति के माध्यम से यह स्वीकार किया था कि वेतन आयोग की तरह वेतन वृद्धि और वेतन के लिए आवश्यक राशि दी जाएगी, लेकिन हकीकत में वेतन में कम पड़ने वाली रकम देने के लिए सरकार की तरफ से परिपत्रक जारी किया गया। ऐसे में निधि के अभाव में वेतन वृद्धि और लंबित महंगाई भत्ते की दोनों मांगों को एसटी प्रशासन ने स्वीकार नहीं किया।
विधानमंडल के मानसून सत्र (monsoon session) में एक सवाल के जवाब में हाईकोर्ट का हवाला देकर कहा गया कि वेतन आयोग के अनुसार वेतन मिल रहा है और एक संगठन के औद्योगिक न्यायालय में दायर प्रकरण की वजह से वेतन नहीं बढ़ाया जा सका। हड़ताल के दौरान भी औद्योगिक न्यायालय में यह मामला लंबित था तो उस समय आंशिक एवं गलत बढ़ोतरी क्यों दी गई? इसका मतलब है कि सरकार एसटी कार्यकर्ताओं को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि विलीनीकरण और आयोग के अनुसार वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर एक कर्मचारी आजाद मैदान में आंदोलन कर रहा है और कुछ अन्य संगठनों ने भी आंदोलन का नोटिस दिया है। बरगे ने कहा है कि एसटी कर्मचारियों में काफी असंतोष है और अगर कर्मचारियों की मांगें तुरंत नहीं मानी गईं तो उन्हें काफी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। मांग पूरी नहीं होने पर एसटी कर्मचारियों ने आंदोलन करने का फैसला किया है।
Next Story