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मुंबई। देश की सबसे धनी महानगर पालिका में 25 साल तक सत्ता करने वाली उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की शिवसेना को मनपा में भ्रष्टाचार होता दिखाई दे रहा है। मनपा प्रशासन (municipal administration) ने पूरे मुंबई शहर का सुशोभीकरण करने का निर्णय लिया है।मनपा सुशोभीकरण पर लगभग 1700 करोड़ रुपया खर्च करने की योजना बनाई है।शिवसेना उपनेता मनोज जामसूतकर ने गुरुवार को मनपा मुख्यालय के शिवसेना कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन में मनपा के काम काज पर उंगली उठाई और मनपा नियमो की धज्जियां उड़ा कर ठेका दिए जाने का आरोप लगाया। मनपा का सुशोभीकरण प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर किया जा रहा है जो कि शिवसेना उद्धव गुट को हजम नही हो रहा है।
बता दे कि राज्य में सत्ता बदलने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल (Iqbal Singh Chahal) को निर्देश दिया कि मुंबई एक अंतर्राष्ट्रीय शहर है। शहर का सुशोभीकरण किया जाना चहिए जिससे मुंबई आने वाले लोगो को मुंबई एक शान के रूप में दिखाई दे सके। मनपा प्रशासन ने मुंबई शहर को चकाचक करने के लिए और सुंदर दिखाई दे इसके लिए 16 काम करने का निर्णय लिया जिस पर लगभग 1700 करोड़ खर्च करने का निर्णय लिया गया।मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मनपा के 24 वार्ड में प्रत्येक वार्ड को 30 करोड़ दिया गया। मनपा के प्रत्येक वार्ड द्वारा निकाले जा रहे टेंडर पर शिवसेना ने आक्षेप लगाया है।शिवसेना उपनेता मनोज जामसूदकर ने आरोप लगाया कि सुशोभीकरण के नाम पर मनपा प्रशासन नियमो से खिलवाड़ कर रही है । उनका आरोप था कि किसी वार्ड में 16 कामों का अलग अलग टेंडर निकाला जा रहा है जबकि कुछ वार्ड मनपा आयुक्त के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर सभी 16 काम का एक साथ टेंडर निकाल रहे है ।इसके अलावा वार्ड अधिकारी ठेकेदार से टेंडर प्रक्रिया पूरा होने के पहले ही टेस्टिंग रिपोर्ट मांग रहे है जिससे अन्य ठेकेदारों को यह पता चल जायेगा कि टेंडर प्रक्रिया में कौन कौन सहभागी हो रहे है । शामिल होने वाले ठेकेदारों पर बाहरी ताकत से बाहर किया जा सकता है । इस तरह का संगीन आरोप लगाया। जासुदकर ने टेंडर बीड के नियम में ढील देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ड अधिकारी अपने मन माफिक ठेकेदार को टेंडर मिले इसके लिए टेंडर बीड के ठेकेदार की क्षमता को बढ़ाने का भी काम किया जा रहा है ।शिवसेना नेता ने सुशोभीकरण के नाम पर घोटाला होने की आशंका जताते हुए कहा कि आने वाले दिन में इस सौंद्रियकरण प्रोजेक्ट का भी कही कैग से जांच कराने की नौबत न आ जाए। उन्होंने मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर टेंडर प्रक्रिया (tender process) में एक सूत्र निश्चित करने की मांग करते हुए अभी चल रही टेंडर प्रक्रिया रद्द करने की गुहार लगाई।
Source : Hamara Mahanagar
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
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