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मूसलाधार वर्षा के कारण रास्तों की हालत खराब होने की वजह से नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के निर्माण कार्य विभाग (Construction Works Department) की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों की सड़कों (Roads) में पड़े 4500 गड्ढों (Pits) को पाटा है
नाशिक : मूसलाधार वर्षा के कारण रास्तों की हालत खराब होने की वजह से नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के निर्माण कार्य विभाग (Construction Works Department) की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों की सड़कों (Roads) में पड़े 4500 गड्ढों (Pits) को पाटा है। शहर के विभिन्न रास्तों पर 6000 हजार गड्ढे नाशिक महानगरपालिका के निर्माण कार्य विभाग के ध्यान में आए थे। उनमें से 4500 गड्ढों को पाट दिया गया है। जबकि शेष गड्ढों को और भी शीघ्र घ्यान दिया जाएगा। नाशिक महानगरपालिका की ओर से यह दावा किया गया है कि उसके निर्माण कार्य विभाग ने मुरूम, पेपर ब्लॉक की मद से जितना संभव हो सका, वहां तरकोल की मदद से रास्तों के गड्ढों को भरा गया।
पिछले दो वर्षों में नाशिक महानगरपालिका की ओर से शहर की सड़कों की मरम्मत पर करीब साढ़े छह सौ करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। लेकिन बारिश के पानी ने सड़क निर्माण कार्य पर किए गए खर्च के अपने में समाहित कर लिया है। वर्षा के कारण जगह-जगह गड्ढे पड़ गए हैं। भारी यातायात वाले क्षेत्रों में ऐसी स्थिति बन गई है। वहां सड़कों पर सिर्फ गड्ढे ही दिखायी दे रहे हैं।
काम में गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
जुलाई के पहले सप्ताह से शुरू हुई वर्षा का दौर अभी तक पूरी तरह से रूका नहीं है, इसलिए नाशिक महानगरपालिका की ओर से कोशिश की जा रही है कि शहर के किसी भी रास्ते पर गड्ढे ने हो। नागरिकों के आक्रोश को देखते हुए नाशिक महानगरपालिका के निर्माण विभाग ने सड़कों पर बने गड्ढों का सर्वे कराया। नाशिक महानगरपालिका प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि करीब छह हजार में से साढ़े चार हजार गड्ढे भर दिए गए हैं। नाशिक महानगरपालिका ने सड़कों का सर्वे कराया तो करीब छह हजार गड्ढे मिले। इन गड्ढों को कागज के ब्लॉकों के साथ-साथ मिट्टी और अन्य सामग्री से भरा जा रहा है। नवनिर्मित सड़कों की मरम्मत की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। नाशिक महानगरपालिका के नगर अभियंता शिवकुमार वंजारी का कहना है कि काम में गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Rani Sahu
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