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महाराष्ट्र
स्थानीय नागरिकों ने महानगरपालिका पर लगाया गंभीर आरोप, नाले का पानी सड़क पर, जानें पूरा माजरा
Rani Sahu
5 July 2022 4:22 PM GMT
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भिवंडी महानगरपालिका (Bhiwandi Municipal Corporation) प्रशासन द्वारा नाला, गटर सफाई के लिए डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद भारी बारिश ( Heavy Rain) में शहर के अधिसंख्य निचले इलाकों में करीब 2 फुट तक पानी भर गया और कई सड़कों (Roads) पर जानलेवा गड्ढे (Pits) हो गए हैं
भिवंडी: भिवंडी महानगरपालिका (Bhiwandi Municipal Corporation) प्रशासन द्वारा नाला, गटर सफाई के लिए डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद भारी बारिश ( Heavy Rain) में शहर के अधिसंख्य निचले इलाकों में करीब 2 फुट तक पानी भर गया और कई सड़कों (Roads) पर जानलेवा गड्ढे (Pits) हो गए हैं। नालों से निकलकर गंदा पानी सड़क पर आ गया है। महानगरपालिका की घोर लापरवाही के कारण शहरवासियों को भारी तकलीफ झेलनी पड़ रही है। महानगरपालिका प्रशासन कि लापरवाह कार्यप्रणाली को लेकर शहरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह से शुरू भारी बरसात की वजह से शहर के कई निचले क्षेत्रों में 1 से 2 फुट पानी भर गया। लोगों का आरोप है कि नाला और गटर सफाई का कार्य पुख्ता तरीके से नहीं होने की वजह से लोगों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा नाला, गटर सफाई के लिए डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किया जाना और फिर बरसात में जलजमाव से होने वाली तकलीफ से छुटकारा न मिलना महानगरपालिका की प्रशासन की भ्रष्ट कार्यप्रणाली को दर्शाता है। नाला सफाई के ठेकेदार आधी अधूरी नालों की सफाई कर अधिकारियों को खुश कर भुगतान प्राप्त कर लेते हैं। शहर की जनता को तकलीफ हो तो उनकी बला से।
निचले इलाकों में भरा पानी
भारी बरसात की वजह से तीन बत्ती, मंडई, अजमेर नगर, ईदगाह रोड,आजमी नगर,गोपाल नगर, कमला होटल, रफीक नगर, टोरेंट पावर कार्यालय के सामने, देवजी नगर नाका, भंडारी कंपाउंड, नवी बस्ती, पद्मानगर, कामतघर, आदि रहिवासी क्षेत्रों में नाला,गटर की सफाई ठीक तरीके से नहीं होने की वजह से करीब 2 फीट पानी सड़क पर जमा हो गया जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। 3 से 4 घंटे के उपरांत धीरे-धीरे पानी निकल जाने के बाद भी लोगों का आवागमन ठीक तरीके से शुरू हो सका। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा नाला सफाई के लिए महानगरपालिका के पांचों प्रभागों का ठेका डेढ़ करोड़ रुपए में ठेकेदारों को देकर ठीक तरीके से सफाई किए जाने के निर्देश दिए थे, अन्यथा भुगतान रोकने की चेतावनी दी थी। सफाई ठेकेदारों ने आधा अधूरा कार्य कर बरसात में शहरवासियों को राम भरोसे छोड़ दिया है।
स्थानीय नागरिकों ने महानगरपालिका पर लगाया गंभीर आरोप
स्थानीय नागरिकों का गंभीर आरोप है कि नाला सफाई ठेकेदार जनप्रतिनिधियों के ही लोग हैं। ठेकेदार सफाई कार्यो को अंजाम न देकर फर्जी तरीके से बिल भुगतान प्राप्त करते हैं जिसमें क्षेत्रीय महानगरपालिका अधिकारियों की मिलीभगत होती है। लोगों का आरोप है कि महानगरपालिका प्रशासन सब कुछ जानबूझकर भी भ्रष्ट कार्यप्रणाली का हिस्सा बनता है और ठेकेदारों पर कोई एक्शन नहीं लेता है।
कमिश्नर रोकें ठेकेदारों का नाला सफाई भुगतान
शहरवासियों का आरोप है कि भिवंडी महानगरपालिका में भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है। महानगरपालिका की भ्रष्ट कार्यप्रणाली का फायदा सभी ठेकेदार उठाते हैं। ठेकेदार मंडली घटिया तरीके से कार्यों को अंजाम देकर अधिकारियों को खुश कर भुगतान प्राप्त कर लेते हैं। मात्र 1 दिन की मूसलाधार बारिश में महानगरपालिका का डेढ़ करोड़ रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ना दिखाई पड़ गया है। नागरिकों ने महानगरपालिका कमिश्नर विजय म्हसाल से शहर की तमाम प्रमुख सड़कों पर हुए जानलेवा गड्ढों की मरम्मत फौरन कराए जाने सहित जलजमाव होने वाले जगहों पर फिर से सफाई कराए जाने की मांग की है।
Rani Sahu
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