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मध्य प्रदेश
देखें रात 8 बजे का LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
Shantanu Roy
17 Jun 2022 2:50 PM GMT
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बड़ी खबर
भाेपाल। मध्य प्रदेश में पूर्वी क्षेत्र के जिलाें में रुक-रुक कर वर्षा हाेने का सिलसिला जारी है। हालांकि प्रदेश में प्रवेश करने के बाद मानसून फिलहाल खंडवा से आगे नहीं बढ़ा है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक 19 जून से मानसून के पूर्वी मप्र में आगे बढ़ने के आसार हैं। हालांकि इस दौरान रीवा, जबलपुर, शहडाेल, सागर, भाेपाल संभागाें के जिलाें में वर्षा का दौर जारी रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।
उधर शुक्रवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खंडवा में 40, गुना में 16, दमाेह में 11, नौगांव में दाे, उमरिया, सागर एवं सतना में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। नर्मदापुरम एवं राजगढ़ में बूंदाबांदी हुई। प्रदेश में सबसे अधिक 40 डिग्री सेल्सियस तापमान नरसिंहपुर में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव ने बताया कि शुक्रवार काे दक्षिण-पश्चिम मानसून मप्र में आगे नहीं बढ़ा। इसकी उत्तरी सीमा पोरबंदर, भावनगर, खंडवा, गोंदिया, दुर्ग, भवानीपटना, कलिंगपट्टनम और बंगाल की खाड़ी से होते हुए मालदा तथा मोतिहारी से गुजर रही है।
दरअसल गुजरात में वर्षा नहीं हाेने से मानसून खंडवा से आगे नहीं बढ़ रहा है। 19-20 जून काे पूर्वी मप्र में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना बन रही है। पूर्वी मप्र के जिलाें में रुक-रुक कर वर्षा भी हाे रही है। शनिवार-रविवार काे भी रीवा, सागर, जबलपुर, शहडाेल, नर्मदापुरम, भाेपाल संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने की संभावना है।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ उत्तर पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर सक्रिय है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन बिहार से हाेते हुए मणिपुर तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उत्तर-दक्षिण ट्रफ लाइन पूर्वी बिहार से ओडीशा तक बनी हुई है। हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इन छह मौसम प्रणालियाें के कारण वातावरण में लगातार नमी आ रही है। इस वजह से मप्र के विभिन्न जिलाें में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं।
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