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मध्य प्रदेश
बारिश के बीच रेस्क्यू जारी, जल्द मिल सकती है बच्चे की आवाज़
Shantanu Roy
29 Jun 2022 3:17 PM GMT
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बड़ी खबर
छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर में बोरवेल में गिरे 4 साल के मासूम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रात होने और बारिश आने से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। हालांकि मौके पर मौजूद SDERF (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स), पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज कर दिया है। बोरवेल के आसपास बारिश से बचने के लिए तिरपाल से कवर कर रेस्क्यू किया जा रहा है।
बता दें कि बच्चा 25 फीट की गहराई में फंसा है। उसे ऑक्सीजन भी दी जा रही है। गड्ढे से पैरेलल खुदाई की गई है। बच्चे को निकालने के लिए टनल भी बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू टीम अब बच्चे से महज 5 फीट की दूर है। एक से डेढ़ घंटे में रेस्क्यू पूरा होने की उम्मीद है।
कैमरे में नजर आया बच्चे का मूवमेंट
घटना ओरछा रोड थाना क्षेत्र के नारायणपुरा और पठापुर गांव के पास की है। यहां नारायणपुरा के रहने वाले अखिलेश यादव का 4 साल का बेटा दीपेंद्र यादव परिवार के साथ खेत पर गया था। जो खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया। बच्चा दोपहर ढाई बजे से गड्ढे में फंसा है। सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे।
बोरवेल के अंदर कैमरा डाला गया, जिसमें बच्चे का मूवमेंट भी नजर आया है। मौके पर SDERF (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स) की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। बच्चे ने टीम द्वारा गड्ढे में डाली गई रस्सी पकड़ ली है। कलेक्टर संदीप जीआर ने बताया कि मासूम दीपेंद्र 25 फीट की गहराई पर फंसा है। बच्चा बात कर रहा है। बोरवेल में ऑक्सीजन सप्लाई भी दी जा रही है।
CM शिवराज ने बच्चे की मां से की बात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियोकॉल के माध्यम से बच्चे की मां से बात की। सीएम ने उन्हें बच्चे को सुरक्षित निकालने का आश्वासन दिया। प्रशासनिक अमला रेस्क्यू में जुट गया है। CMO ओमपाल सिंह भदौरिया ने फीता डालकर ये जाना कि बच्चा कितने फीट की गहराई पर फंसा है। खुद DSP शशांक जैन भी गड्ढे में उतरे। ग्वालियर, जबलपुर और सागर से SDERF की टीमें भी रवाना हो गई हैं। शाम करीब 4 बजे लखनऊ से 27 जवानों की NDRF टीम भी रवाना हो गई है। बचाव कार्य में आर्मी यूनिट भी बुलाई गई है।
150 लोग रेस्क्यू में लगे
बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम के करीब 150 लोग लगे हैं। इसमें एसडीआरएफ, पुलिस, नगर पालिका और नगर सेना की टीम शामिल है। इसके अलावा करीब 300 से ज्यादा ग्रामीण भी मदद के लिए मौजूद हैं। बोरवेल में कैमरा डाला गया है। वहीं, तीन जेसीबी से बोरवेल से करीब 7 फीट दूर से खुदाई की जा रही है।
मां बोली- बारिश के पहले ही हटाई थी झाड़ियां
मां लक्ष्मी यादव ने बताया कि बेटा दादा के साथ खेत पर गया था। उनके दो बेटे हैं। बड़ा नरेश और छोटा दीपेंद्र है। पिछले साल ही नर्सरी में दाखिल करवाया था। एक साल पहले ही खेत पर बोरवेल लगवाया था। पानी नहीं निकलने के कारण बोरवेल को कंटीली झाड़ियां रखकर बंद कर दिया गया था। बारिश के पहले खेत बनाने के लिए हाल ही में झाड़ियों को हटाया गया था। वहां खेलते हुए दीपेंद्र बोरवेल के पास गया और हादसा हो गया।
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