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- एक्सप्रेस के इंजन में...
इटारसी। रेलवे सुरक्षा बल ने 23 जून को 14623 पातालकोट एक्सप्रेस के इंजन पर कपड़ों की पोटली फेंककर आग लगाने वाले आरोपित असलम को गिरफ्तार कर लिया है। खानाबदोश असलम की पत्नी नशे के लिए उससे पैसे मांग रही थी, इस बात पर दोनों में विवाद हुआ, इस विवाद में सिरफिरे असलम ने कपड़ों की पोटली इंजन के पेंटो पर फेंकी थी, जिससे इंजन की छत पर आग लग गई थी।
यात्रियों की जान खतरे में डाली
आरोपित की इस हरकत से रेल संपत्ति एवं यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी। उल्लेखनीय है कि 23 जून को यहां प्लेटफार्म तीन पर खड़ी पातालकोट एक्सप्रेस के इंजन पर कपड़े की पोटली फेंक दी गई थी, जिससे इंजन की छत पर आग लग गई थी। खुफिया कैमरों किी जांच में पता चला कि किसी खानाबदोश भिखारी ने इंजन के पास आकर कपड़ों की पोटली इंजन पर फेंकी थी, ओएचई लाइन के पेंटो में इसी वजह से आग लगी थी। हादसे की वजह से ट्रेन 36 मिनट यहां खड़ी रही। रेलवे ने इस नुकसान की जांच कर पाया कि इससे रेलवे को करीब 2 लाख 12 हजार 551 रुपये की क्षति पहुंची है। मामले में आरपीएफ ने अनाधिकृत रूप से स्टेशन में प्रवेश कर न्यूसेंस करने, यात्रियों की जान को खतरा पहुंचाने एवं गाड़ियों को भी लंबित करने की धाराओं में रेल अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार स्वयं मामले की जांच कर रहे थे। टीम गठित कर आरोपित की गिरफ्तारी हेतु जगह-जगह लगातार दबिश दी जा रही थी। आरोपित को पकड़ने के लिए आरपीएफ इटारसी द्वारा नर्मदापुरम, बरखेड़ा, भोपाल, पिपरिया, बनखेड़ी एवं कटनी के पास गोसलपुर आदि जगहों में जहां भीख मांगने वाले व्यक्ति रहते हैं सभी जगह दबिश दी गई, लेकिन आरोपित पकड़ में नहीं आ रहा था। मुखबिर सूचना पर आरपीएफ द्वारा आरोपित असलम उर्फ जानू पिता दस्तान निवासी झुग्गी झोपड़ी गांव महुआ टोला जिला उमरिया को पकड़ा है, जो लंबे समय से अपनी पत्नी और बच्चे के साथ इटारसी फुटपाथ एरिया में रह रहा था।
हो गया था फरार
पुलिस के अनुसार आरोपित घटना के बाद यहां से भाग गया था। पुलिस ने उसके हुलिए के आधार पर जब स्टेशन पर घूमने वाले खानाबदोश परिवारों का डेरा खंगाला, तब एक बच्चा हाथ आया, यह असलम का बेटा था। पुलिस ने उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया, लेकिन असलम और उसकी पत्नी लापता थे। इस वारदात के बाद आरपीएफ ने ऐसे करीब आधा दर्जन लोगों पर रेलवे एक्ट में कार्रवाई कर जेल भेजा था। आरपीएफ इंचार्ज देवेन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपित को रेलवे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।