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इंदौर में मंगलवार को तीन घंटे मूसलाधार बारिश हुई, जिसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया।
इंदौर में मंगलवार को तीन घंटे मूसलाधार बारिश हुई, जिसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। सभी प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया। तीन घंटे में करीब 3.6 इंच बारिश ने सड़कों को नदी-नाले का स्वरूप दे दिया। संकरी गलियों में तो तेज धारा बह रही थी। बीआरटीएस कॉरिडोर में दो से तीन फीट पानी भरा था। इतने में भी तिरपाल के सहारे निकली एक बरात चर्चा का विषय बन गई हैक्लर्क कॉलोनी से निकली बरात चर्चाओं में क्लर्क कॉ
लोनी जैन परिवार ने बरसते पानी में तिरपाल ओढ़कर बरात निकाल दी। बारिश की परेशानियों के बीच निकली यह बरात चर्चा का विषय बन गई। क्लर्क कॉलोनी में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अमन जैन की शादी थी। बरात का समय शुरू होते ही धुआंधार बारिश शुरू हो गई। बरात को मदन महल गार्डन तक जाना था, जहां अमन की शादी मेघा से होनी थी। जब बारिश नहीं रुकी तो तय हुआ कि बरात तो निकलेगी और निकली भी। तिरपाल खरीदी गई और पूरी बरात उसके नीचे ही नाचते-गाते आगे बढ़ी। घोड़ी पर सवार दूल्हा भी तिरपाल के नीचे था और सजे-धजे बराती भी। श्याम बैंड के संचालक रोहित गोरले ने बताया कि कई साल से वह बरातों में शामिल हो रहे हैं, पर ऐसा तो उन्होंने पहली बार ही देखा है।
तेज बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया और दुपहिया वाहन उसमें डुबने लगे थे। पानी भर जाने के कारण गाड़ियां बंद हो रही थी। कर्मचारियों को पोलिंग बूथ तक ले जाने वाली बसों के पहिये भी डूब गए। सुबह 11 बजे तेज बारिश का दौर शुरू हुआ जो दो बजे तक चला। शहर के भंवरकुआं, जीपीओ, अन्नपूर्णा रोड, एयरपोर्ट, नवलखा, देवास नाका, विजय नगर, संजय सेतु समेत कई इलाके पानी-पानी हो गए। बारिश के कारण एमजी रोड, जवाहर मार्ग जैसी सड़कों पर जाम लग गया।
मौसम केंद्र ने इंदौर में बारिश का ऑरेज अलर्ट जारी किया था। तीन दिन में इंदौर के लिए दूसरी बार ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। तेज बारिश की वजह से कई इलाकों में पेड़ गिर गए, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। तेज बारिश ने मतदान केंद्रों तक जाने वाले कर्मचारियों की भी अच्छी-खासी परीक्षा ले ली। नेहरू स्टेडियम में सामग्री वितरण के लिए जो टेंट लगा था, वह तहस-नहस हो गया। स्टेडियम में आठ डोम बने थे, लेकिन सभी पानी-पानी हो गए।
तीन घंटे जोरदार बारिश के बाद नाले में तब्दील बीआरटीएस से पानी निकालने के लिए निगम की टीम ने मोर्चा संभाला। निगमायुक्त प्रतिभा पाल खुद निगम कंट्रोल रूम पर जल निकासी की जोनवार समीक्षा करती रहीं। निगम की टीमें बारिश के दौरान भी डी-वॉटरिंग मशीन और अन्य संसाधनों के साथ शहर में घूमती रहीं।
Ritisha Jaiswal
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