मध्य प्रदेश

पुलिस से बोले गुर्जर नेता दोषी को छोड़ो मत, बेकसूर को छेड़ो मत

Harrison
7 Oct 2023 8:51 AM GMT
पुलिस से बोले गुर्जर नेता दोषी को छोड़ो मत, बेकसूर को छेड़ो मत
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मध्यप्रदेश | गुर्जर महाकुंभ में उत्पात मचाने में 600 से ज्यादा आरोपियों में से करीब 20 पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. बाकी अंडरग्राउंड हैं. इस बीच गुर्जर नेता मान रहे हैं पुलिस गुस्से में बेकसूरों को भी धर रही है. गुर्जर समाज के कुछ लोगों ने एसएसपी राजेश चंदेल से कहा उत्पात में जो दोषी हैं उन्हें मत छोड़ो, लेकिन जिनका उत्पात से लेना देना नहीं है उन्हें पुलिस तंग नहीं करे.
गुर्जरों की बात लेकर पूर्व विधायक रामवरन सिंह गुर्जर, भाजपा नेता जसवंत सहित करीब 12 लोग एसपी दफ्तर आए थे. इन लोगों ने कहा 12 अक्टूबर को गुर्जरों के दोबारा इकट्ठा होने की बात सोशल मीडिया पर सुनी है. इससे गुर्जरों का लेना देना नहीं है. अब घटनाक्रम को राजनीतिक रंग देने की कोशिश है. कुछ लोग मौके का फायदा उठाना चाहते हैं. जो गलती करेगा वह खामियाजा भुगतेगा.
गुर्जर समाज के कुछ लोगों ने मांग की है उत्पात में शामिल लोगों पर पुलिस ठोस कार्रवाई करे. जो उत्पात में शामिल नहीं है उन्हें तंग नहीं करे. इन लोगों ने कहा 12 अक्टूबर को आंदोलन से समाज से कोई लेना देना नहीं है. इन्हें भरोसा दिलाया है उत्पात में उन्हीं लोगों पर कार्रवाई होगी जो शामिल थे.
राजेश चंदेल एसएसपी
उत्पात में नामजद सत्येन्द्र घुरैया पर पुलिस दबोचने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर पाई. सत्येन्द्र आइपीएल सट्टा किंग संतोष घुरैया का भाई है. उसे क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया था. लेकिन उसे थाने नहीं ला पाई. पुलिस अधिकारियों ने ही सत्येन्द्र को छोड़ने का फरमान दे दिया. सत्येन्द्र पर कार्रवाई से पुलिस को रोकने में भाजपा नेता का दबाव बताया है. जबकि उसे विश्वविद्यालय पुलिस ने उत्पात में शामिल बताकर केस दर्ज किया है. सत्येन्द्र को दबोचने के बाद पुलिस क्यों छोड़ आई. उसे रिहा करने का आदेश देने वाले अधिकारी ठोस वजह नहीं बता रहे हैं.
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