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तिरुवनंतपुरम (आईएएनएस)| केरल की पुलिस पूर्व मंत्री और माकपा नेता साजी चेरियान के खिलाफ एक सार्वजनिक कार्यक्रम में संविधान के खिलाफ टिप्पणी को लेकर दर्ज मामले को बंद कर देगी। वह पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मत्स्य पालन, संस्कृति और युवा मामलों के मंत्री थे। चेरियन ने इस साल 3 जुलाई को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'भारतीय संविधान शोषण और लोगों की लूट का समर्थन करता है, और व्यंग्यात्मक टिप्पणी की थी कि धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र शब्द यहां-वहां लिखे जाते हैं, लेकिन लोगों का शोषण हो रहा है।
इस विवादित टिप्पणी के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
संभावना है कि केरल पुलिस के सबूतों की कमी का हवाला देते हुए मामले को बंद करेगी और उसने अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने का फैसला किया है।
मामले में शिकायतकर्ता एडवोकेट बिजॉय नोएल ने हालांकि कहा कि केरल पुलिस मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने को तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि चेरियन के खिलाफ गैरजमानती आरोप में मामला दर्ज किया गया है, लेकिन पुलिस ने न तो पूर्व मंत्री को तलब किया और न ही उनसे पूछताछ की गई।
चेरियन केंद्रीय त्रावणकोर में एक प्रभावशाली माकपा नेता हैं और अलप्पुझा जिले में पार्टी के जिला सचिव रहे हैं। वह इस समय चेंगानूर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं।
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