बेंगलुरु | कर्नाटक के हावेरी में एक महिला ने अपने पति और भाई को मौत के मुंह से बाहर खींच लिया। दोनों युवकों पर भालुओं ने हमला कर दिया था। लेकिन महिला ने हिम्मत दिखाई और उनकी और कुल्हाड़ी लेकर दौड़ पड़ी। इसके बाद दोनों जानवर वहां से भाग गए। हालांकि भालुओं के हमले की वजह से युवकों को चोट आई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शनिवार की शाम तीनों खेत में काम कर रहे थे। तभी झाड़ियों में से निकलकर तीन भालुओं ने उनपर हमला कर दिया। यह देखकर महिला ने कुल्हाड़ी उठाई और एक भालू पर वार कर दिया। बाद में पता चला कि जिस भालू को कुल्हाड़ी लगी थी उसकी मौत भी हो गई है। दोनों घायल युवकों को कर्नाटक इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया है। घायल होने वालों में बसीरसब सवादत्ती की उम्र 45 साल और रजाक नालाबंद की उम्र 30 साल है। वे मुंदागोड गांव के रहने वाले थे। सबीना ने कहा, मैंने देखा कि मेरे पति और भाई पर हमला हो रहा है। मेरे हाथ में कुल्हाड़ी थी तो मैंने दौड़कर भुलाओं पर वार किया। एक को कुल्हाड़ी लगी। तभी मेरे भाई और पति ने भी पत्थर चलाना शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, कुल्हाड़ी से भालू को काफी चोट आई और वह वहां से भाग गया। मुझे नहीं पता कि मुझमें इतनी हिम्मत कहां से आई। लेकिन मुझे खुशी है कि मेरे पति और भाई दोनों ही खतरे से बाहर हैं।