जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कर्नाटक विधानसभा चुनाव का नतीजा सामने आ गया है। कांग्रेस ने अच्छी जीत दर्ज की है। वहीं भाजपा को हार का सामना करना पड़ रहा है। पहले सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही थीं, लेकिन शनिवार को नजीते सामने आए तो सब साफ हो गया। आइए जानते हैं कि पत्रकारों ने जब पार्टी के नेताओं से हार की वजह पूछी तो उन्होंने क्या कुछ कहा-
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार को लेकर पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि सभी परिणाम आने के बाद हम विस्तृत विश्लेषण करेंगे और एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में हम विभिन्न स्तरों पर अपनी कमियों को देखेंगे उसमें सुधार करेंगे और इसे पुनर्गठित कर लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगे।
वहीं, बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उन लोगों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने पार्टी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों के बहुत आभारी जिन्होंने पार्टी और हमारे दृष्टिकोण का समर्थन किया। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने अपने सभी कार्यकर्ताओं का भी आभार जताया, जिन्होंने पार्टी के दृष्टिकोण को आगे ले जाने के लिए बहुत मेहनत की है।
कांग्रेस के स्टार प्रचारक इमरान प्रतापगढ़ी को घेरने वाली केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत बड़ी बात नहीं है। हमने अपनी हार स्वीकार की है। हम विपक्ष के नाते लड़ेंगे और हमारा लक्ष्य है कि 2024 में लोकसभा चुनाव में हम सारी सीटें जीतें।
भाजपा नेता सदानंद गौड़ा को अभी जीतने की उम्मीद बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अभी कोई भी अंतिम फैसला देना जल्दबाजी होगी, 3-4 राउंड के बाद थोड़ा स्पष्ट होगा लेकिन यह भी अंतिम नहीं है, हर चरण में कड़ी लड़ाई है क्योंकि हमारे विपक्षी दलों (जेडीएस और कांग्रेस) ने हाथ मिला लिए हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हार-जीत भाजपा के लिए बड़ी बात नहीं है। 2 सीट से शुरुआत कर भाजपा आज सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। कार्यकर्ताओं को दुखी होने की जरूरत नहीं है। हम अपने हार पर पुनर्विचार करेंगे। हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं और हमें वोट करने के लिए हम जनता का धन्यवाद करते हैं।