न्यूज़ क्रेडिट: न्यूज़18
झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन अमिताभ चौधरी का निधन हो गया है. वो रांची के सेंटेविटा अस्पताल में सोमवार को ही भर्ती हुए थे. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन के बाद उनकी तबीयत खराब हो गयी थी. बता दें कि अमिताभ चौधरी BCCI में कई अहम पदों पर भी सेवा दे चुके थे. वह बतौर आईपीएस अधिकारी रांची के एसएसपी भी रह चुके थे.
रांची के जेएससीए स्टेडियम के निर्माण में सबसे ज्यादा किसी ने अपनी भूमिका निभाई थी तो वे थे अमिताभ चौधरी. अमिताभ चौधरी ने प्रयास कर एचईसी प्रबंधन से जमीन ली थी और उसके बाद तमाम बाधाओं को दूर करते हुए स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ था. स्टेडियम निर्माण के बाद भी एचईसी और जेएससीए के बीच विवाद चलता रहा और पिछले कुछ महीने पहले अमिताभ चौधरी के प्रयास से ही इस विवाद का हमेशा के लिए अंत कर दिया गया. एचईसी और जीएसीए के बीच हमेशा के लिए विवाद का निपटारा कर दिया गया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमिताभ चौधरी को चेयरमैन बना कर सबको चौंकाया था क्योंकि चौधरी राज्य के वैसे चर्चित लोगों में शामिल हैं जिन्होंने शासन, प्रशासन, क्रिकेट और राजनीति में एक अलग पहचान बनायी है. 1985 में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की. यूपीएससी क्लियर करने के बाद वो बिहार कैडर के आईपीएस बने. अलग राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला. 2002 में वह बीसीसीआई के मेंबर बने. 2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने थे.
2005 से 2009 तक क्रिकेट में टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे. 2013 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले लिया था. 2014 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा. भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से उन्होंने रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन चुनाव जीत नहीं सके थे. पूर्व आईपीएस अधिकारी और JSCA के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी के निधन पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी सहित कई नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त किया.