रांची: राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत पर गुरुवार को रांची में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और विधायक सीपी सिंह समेत अन्य नेताओं-कार्यकर्ताओं ने दोपहर में मतगणना में द्रौपदी मुर्मू के बढ़त हासिल करने की खबर मिलते ही ढोल-बाजे के साथ नाचना-गाना शुरू कर दिया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्त्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाईयां बांटी और जमकर आतीशबाजी की। बीजेपी कार्यकर्ताओं के जश्न के दौरान ही बारिश भी शुरू हो गयी, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं के ढोल-बाजे के साथ नाचने-गाने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि बारिश के दौरान आतिशबाजी थम गयी। वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाईयां खिलाकर इस जीत के लिए बधाई दी।
इधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय में द्रौपदी मुर्मू के ऊपर देश के संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा करने का दायित्व आया है। पार्टी को पूर्ण विश्वास है कि द्रौपदी मुर्मू इन दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्पक्षता और बिना किसी भेदभाव से करेंगी। उन्होंने कहा कि झारखंड के राज्यपाल रहते उन्होंने जो सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन की फाइल रघुवर शासनकाल में लौटाकर स्वागत योग्य कदम उठाया था, अब उनके कंधों पर इसकी जिम्मेदारियों और बढ़ गई है। वो जल्द से जल्द सरना धर्मकोड लागू करवायें और देश के संवैधानिक संस्थाओं सहित सरकारी संपतियों का जिस प्रकार निजीकरण हो रहा है, उसके रोकथाम में पहल करें। उन्होंने यह मांग भी की कि वन पट्टा जो केन्द्र सरकार निजी लोगों को देना प्रस्ताव लायी है उसे निरस्त करने काम करें।
द्रौपदी मुर्मू की जीत से भारत के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया: मुंडा
वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आज भारत के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जब देश देश में राष्ट्रपति के रूप में प्रथम आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू गरिमामयी पद को सुशोभित करेंगी। अर्जुन मुंडा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी चुन जीत गयी है, इसके बाद शपथ ग्रहण होगा। पूरे देश के जनजातीय समाज, आदिवासी समाज, चुने हुए राष्ट्रपति के लिए अपने गौरवमय इतिहास का नया अध्याय लिखेंगी। उन्होंने कहा कि यह आजादी का अमृत महोत्स्व का अवसर है, जब हम इस देश में एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के रूप में देख रहे हैं। जनजातीय समाज को यह अवसर मिला है, जहां हम संवैधानिक प्रावधानों की चर्चा करते है, लगातार संवेदनशील रहते है, इस संवैधानिक ग्रंथ को सुरक्षित रखने के लिए द्रौपदी मुर्मू अब राष्ट्रपति पद को सुशोभित करेंगी। अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह कोई साधारण बात नहीं है। वर्षाें बाद यह सपना पूरा होने से जनजातीय समाज के लिए यह सुखद अवसर है।