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राष्ट्रपति पद के चुनाव में सोमवार को झारखंड के 81 विधायकों में से 80 ने विधानसभा में मतदान किया
रांची,। राष्ट्रपति पद के चुनाव में सोमवार को झारखंड के 81 विधायकों में से 80 ने विधानसभा में मतदान किया। पहला वोट भाजपा विधायक अनंत ओझा ने और अंतिम वोट निर्दलीय विधायक सरयू राय ने डाला। सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो बीमारी के चलते मतदान नहीं कर सके। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मतदान मतदान किया।
पूर्वाह्न 10:30 बजे के बाद एनडीए के सभी 27 विधायक बस से विधानसभा पहुंचे और मतदान किया। दोपहर में कांग्रेस के विधायक वोट देने आये। फिर झामुमो के विधायकों ने विधानसभा पहुंच कर वोटिंग की।
द्रौपदी मुर्मू को 75 फीसदी वोट मिलने की संभावना
राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड की पूर्व राज्यपाल और एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा वोट पड़े हैं। भाजपा के 25, आजसू के दो, झामुमो के 30 विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव का वोट भी द्रौपदी मुर्मू को गया है।
यशवंत सिन्हा को कांग्रेस के अलावा भाकपा माले के विनोद सिंह का वोट मिला है। माले विधायक बिनोद सिंह ने मतदान के बाद कहा कि दो ही प्रत्याशी हैं। मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं है। भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं कर सकता। ना चाहते हुए मजबूरी में यशवंत सिन्हा को वोट करना पड़ रहा है।
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि वर्ष 2010 में शिबू सोरेन एनडीए के समर्थन से राज्यसभा गये थे लेकिन संसद में एटॉमिक डील पर उन्होंने कांग्रेस का साथ दिया था। इसके बाद झारखंड की सरकार गिर गयी थी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में यदि कांग्रेस-झामुमो के निर्णय के बाद कोई स्टैंड लेती तो यशवंत सिन्हा के बारे में सोचा जा सकता था लेकिन कांग्रेस की लाचारी साफ दिख रही है। इसके अलावा यह भी जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस के कुछ विधायकों का भी समर्थन द्रौपदी मुर्मू को मिला है। खासकर कांग्रेस के कुछ आदिवासी और महिला विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू को वोट किया है। यदि ऐसा हुआ तो झारखंड से द्रौपदी मुर्मू 80 प्रतिशत से ज्यादा वोट पाने में सफल होंगी।
Rani Sahu
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