झारखंड

झारखंड स्वास्थ्य विभाग बड़ी संख्या में बना रहा सरकारी डॉक्टरों का तबादले की योजना

Gulabi Jagat
8 July 2022 11:07 AM GMT
झारखंड स्वास्थ्य विभाग बड़ी संख्या में बना रहा सरकारी डॉक्टरों का तबादले की योजना
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झारखंड स्वास्थ्य विभाग
रांचीः झारखंड सरकार का स्वास्थ्य विभाग (Jharkhand Health Department) बड़ी संख्या में सरकारी डॉक्टर्स का तबादला करने की योजना (transfer of government doctors) बना रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी भी कर ली है. तबादले के पहले चरण में उन सरकारी डॉक्टरों का तबादला होगा जो 09 साल या उससे अधिक समय से किसी तरह से एक ही जिले में जमे हैं जबकि हर 03 साल पर इनके तबादले का नियम है.
रांची जिला में ऐसे 21 डॉक्टर्स हैं जो 09 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक से रांची जिला में ही कभी सदर अस्पताल, कभी कोई सीएचसी तो कभी स्वास्थ्य मुख्यालय में पदस्थापन करा कर अपनी सेवा दे रहे हैं. राज्यभर में ऐसे डॉक्टरों की संख्या 176 है जो 09 वर्ष से ज्यादा समय से एक ही जिला में जमे हुए हैं.
9 साल से ज्यादा समय तक रांची में पदस्थापित डॉक्टर्सः रांची जिला में डॉ. पंकज कुमार सिन्हा, डॉ. उमा सिन्हा, डॉ. नरेश भगत, डॉ. गीता कुमारी, डॉ. स्वाति चैतन्य, डॉ. अनीता सिंह, डॉ. एचआर सिंह, डॉक्टर मदन कुमार महतो, डॉक्टर संगीता कुमारी, डॉ. डॉली किस्पोट्टा, डॉ. नमिता टोप्पो, डॉ. अजीत कुमार, डॉ. संजीव कुमार पांडे, डॉ. रेखा कुमारी दीपावली, डॉ. अंजुला, डॉ. अशोक कुमार चौधरी, डॉक्टर रोहित कुमार शर्मा, डॉ. अनिता कुमारी और डॉ. ज्योत्स्ना सिन्हा शामिल हैं, जो 9 साल से यहां पदस्थापित हैं.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पत्र



इनमें से कई डॉक्टर्स तो ऐसे भी हैं जो 14 से 18 साल से रांची जिला में ही पदस्थापित हैं और उनका तबादला नहीं हुआ है. बेहतर कार्य संचालन के लिए अब वैसे डॉक्टर्स स्वास्थ्य विभाग के रडार पर हैं. इस बार सभी जिलों के वैसे डॉक्टरों की सूची तैयार की गई है जो एक ही जगह पर 09 वर्ष या उससे अधिक दिनों से पदस्थापित हैं.
किस जिला के कितने डॉक्टर्सः राज्य में वैसे डॉक्टर्स जो लंबे दिनों से एक ही जिला में हैं (09 वर्ष या उससे अधिक समय से) एक ही जगह में पदस्थापित हैं. उसमें सबसे ज्यादा 21 डॉक्टर्स रांची के हैं. इसी तरह बोकारो में 18, धनबाद में 15, पूर्वी सिंहभूम में 07, सरायकेला-खरसावां में 08, दुमका में 07, गिरिडीह में 10, गोड्डा में 08, गुमला में 07, हजारीबाग में 07, जामताड़ा में 03, खूंटी में 07, कोडरमा में 04, लातेहार में 04, पलामू में 09, साहिबगंज में 09, चतरा में 02, देवघर में 02, गढ़वा में 02, लोहरदगा में 03, पाकुड़ में 04, सिमडेगा में 04, रामगढ़ में 04 और पश्चिमी सिंहभूम में 11 ऐसे डॉक्टर्स हैं जो 09 वर्ष से अधिक समय से एक ही जिला में पदस्थापित हैं.
क्या कहते हैं झासा और आईएमए प्रतिनिधिः झासा के डॉक्टर एके झा कहते हैं कि सरकार लंबे समय से एक ही जिला में सेवा देने वाले डॉक्टरों की तबादले की नीति बनी है, उससे यह डर भी बना हुआ है कि कहीं स्वास्थ्य सेवा प्रभावित ना हो जाए. इसलिए उम्मीद है कि सरकार जो परेशानी हो उसे विभाग दूर कर लेगा. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की झारखंड इकाई के डॉ. एस प्रसाद ने कहा कि यह प्रक्रिया है पर इसका कोई लाभ स्वास्थ्य महकमा को नहीं मिलेगा, इसकी उम्मीद कम ही है.
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