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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : जेल में बंद कैदी का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर जमीन बेचने वाले अभिषेक शुक्ला को पुलिस ने नौ जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसकी गिरफ्तार पुलिस ने पश्चिम बंगाल जाकर की। अभिषेक शुक्ला ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि उसने राजकुमार राय के फर्जी हस्ताक्षर से स्पेशल पावर ऑफ अटर्नी बनाया। जबकि चीट-फंड कम्पनी चलाने वाले राजकुमार राय मेदनीपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट करा है। जब पावर ऑफ अटर्नी बना तब राजकुमार राय जेल मेदनीपुर जेल में बंद था। फर्जी हस्ताक्षर से बने स्पेशल पावर ऑफ अटर्नी के आधार पर अभिषेक शुक्ला ने मुरहू के हांसा में स्थित सवा पांच एकड़ जमीन रांची के श्याम किशोर साव से नामक व्यक्ति को बेच दी थी।
क्या है पूरा मामला : राजवर्द्धन जायसवाल ने हांसा गांव में स्थित सवा पांच एकड़ जमीन का पावर ऑफ अटर्नी इलाहाबाद निवासी रईस शुक्ला को दिया था। रईस शुक्ला ने यह जमीन राजकुमार राय से बेच दी थी। लेकिन राजकुमार राय जमीन का पैसा नहीं दे सके। उन्होंने जो चेक दिया था वह बाऊंस हो गया। इस बीच उन्हें चीटफंड कम्पनी के मामले में आजीवन कारावास हो गया। जिसके बाद राजकुमार राय ने रईस शुक्ला से कहा कि वे न्यायालय में मुकदमा दायर कर अपनी जमीन वापस ले लें।इस बीच अभिषेक शुक्ला ने जेल में बंद राजकुमार राय का फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से पावर ऑफ अटर्नी बनावाया। जिसके माध्यम से उसने पूरी जमीन रांची के श्याम किशोर साहू नामक व्यक्ति को बेच दी। जब यह बात रईस शुक्ला को पता चला, तब उन्होंने मुरहू थाने में इससे संबंधित एक केस अभिषेक शुक्ला के खिलाफ दर्ज कराया था। जिसके आलोक में अभिषेक शुक्ला की गिरफ्तारी हुई।
source-hindustan
Admin2
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