झारखंड

साइबर सुरक्षा की दिशा में गंभीरतापूर्वक सोचना आज के दौर में बहुत जरूरी: राज्यपाल

Rani Sahu
12 Aug 2022 3:04 PM GMT
साइबर सुरक्षा की दिशा में गंभीरतापूर्वक सोचना आज के दौर में बहुत जरूरी: राज्यपाल
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राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में आई क्रांति और सुरक्षा से जुड़े मामलों कि निरंतर बढ़ती मांग को देखते हुए साइबर सुरक्षा की दिशा में गंभीरतापूर्वक सोचना आज के दौर में बहुत जरूरी है
Ranchi: राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में आई क्रांति और सुरक्षा से जुड़े मामलों कि निरंतर बढ़ती मांग को देखते हुए साइबर सुरक्षा की दिशा में गंभीरतापूर्वक सोचना आज के दौर में बहुत जरूरी है. आज दुनिया पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है. साइबर क्राइम भी खूब तेजी से बढ़ रहा है और इसे कम करने के लिए साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों की मांग निरंतर बढ़ रही है. ऐसे में राँची विश्वविद्यालय द्वारा इस दिशा में ध्यान दिया जाना एक सराहनीय प्रयास है. राज्यपाल श्री बैस शुक्रवार को राँची विश्वविद्यालय, राँची द्वारा साइबर सिक्योरिटी विषय पर पाठ्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम एक ओर जहाँ रोजगार का बेहतर अवसर प्रदान करने में सक्षम हो सकेगा. वहीं, दूसरी ओर साइबर क्राइम जैसे वैश्विक चुनौती पर नियंत्रण करने के अलावा लोगों को इस संदर्भ में जागरूक करने में भी अहम योगदान देगा.
इंटरनेट से फायदा है तो नुकसान भी है
राज्यपाल ने कहा साइबर सुरक्षा का पहला उद्देश्य मानव को इंटरनेट पर सुरक्षा प्रदान करना है, क्योंकि इंटरनेट द्वारा जितना मानव जीवन को आसान बनाने की क्षमता है और यह फायदा पहुंचाता है, उतना ही यह नुकसान पहुँचा सकता है. ऑनलाइन धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, हैकिंग आदि समस्याएं आम हो गई हैं. लोगों के खाते से पैसे कुछ ही क्षण में फोन कॉल से निकाले जा रहे हैं, केवाईसी अपडेट, एकाउंट ब्लॉक की बात कह कर लोगों से साइबर अपराधी एटीएम का पिन, ओटीपी माँगने की कोशिश करते हैं. लोग इन अपराधियों के झांसे में आ जाते हैं और उनके बैंक खाते से राशि निकाल ली जाती है.
इनाम के नाम पर भी लोग साइबर ठगी का शिकार होते
उन्होंने कहा कि इनाम के नाम पर भी लोग साइबर ठगी का शिकार होते हैं. साइबर अपराधी इनाम जीतने संबंधी लिंक भेजते हैं और लोग लालच में उस लिंक पर जाकर साइबर अपराधी के अनुसार काम करने लगते हैं. आज हम ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, ई-पेमेंट करते हैं. इसके लिए सतर्कता बेहद जरूरी है. साइबर सुरक्षा पाठ्यक्रम में इन सब पर गहन शोध की जरूरत है. उच्च स्तरीय वैज्ञानिक शोध के माध्यम से साइबर क्राइम जैसे चुनौतियों का सामना किया जा सकता है. आजादी के अमृत महोत्सव पर साइबर क्राइम में संलिप्त लोगों की मानसिक क्षमता का मानव हित में सदुपयोग करने की कोशिश होना चाहिये.

सोर्स- News Wing

Rani Sahu

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