चतरा: झारखंड के चतरा सदर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में बुधवार की शाम फिर अगलगी की घटना घटी। जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन से पूर्व सिस्टम स्टरलाइज करने के दौरान हुए अगलगी के हादसे में थियेटर में लगे पर्दे व अन्य महत्वपूर्ण सामान जलकर नष्ट हो गए। हालांकि गैस से लगी आग की खबर के बाद सदर थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। घटना की सूचना पाकर दल बल के साथ अस्पताल पहुंचे एएसआई शशिकांत ठाकुर व फायर ब्रिगेड की संयुक्त टीम ने आग पर काबू तो पा लिया, लेकिन तबतक सबकुछ जलकर बर्बाद हो चुका था। सदर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में अगलगी की यह तीसरी घटना घटी है। जिससे संदेह के घेरे में अस्पताल प्रबंधन आ गया है। इससे पूर्व भी दो बार हुई अगलगी की घटना का अब तक जांच पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में तीसरी बार हुई अगलगी की घटना से लोगों ने की जिला प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का हल्ला बोल
इधर, अपने 3 सूत्री मांगों के समर्थन में लंबे समय से आंदोलित जिला स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने हल्ला बोल शुरू कर दिया है। आंदोलन के पहले चरण में संघ के प्रतिनिधियों ने शहर के जतराहीबाग इलाके में स्थित सूबे के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता के आवास का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान लम्बे समय से बकाया मानदेय का अविलंब भुगतान, सेवा नियमितीकरण व स्वयंसेवकों का नाम बदलकर सचिवालय सहायक करने की मांग को लेकर संघ के प्रतिनिधियों ने मंत्री को मांग पत्र भी सौंपा। इस दौरान जिला स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के बैनर तले मंत्री आवास की घेराबंदी करने पहुंचे स्वयंसेवकों ने मांगें पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
चतरा दौरे पर श्रम नियोजन प्रशिक्षण सह कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता
वहीं, झारखंड सरकार के श्रम नियोजन प्रशिक्षण सह कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता अपने तीन दिवसीय चतरा दौरे के क्रम में बुधवार को अंतिम दिन एक खास अंदाज में नजर आए। यहां पर उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि "छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी आओ हम सब मिलकर लिखे चतरा के समग्र विकास की कहानी। दरअसल चतरा के स्थानीय डीआरडीए प्रशिक्षण भवन में आयोजित नवनिर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण सह कार्यशाला के आयोजन किया गया था। इसी कार्यक्रम को वे संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यशाला रूपी प्लेटफार्म के माध्यम से हम सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आमजन आपस में मिल-जुलकर आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए किसी भी जटिल से जटिल मुश्किलों को दरकिनार करते हुए जिले में विकास के पहिए को गति प्रदान कर सकते हैं।
केंद्र की भाजपा सरकार ईडी का कर रही है दुरुपयोग
नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी द्वारा राडार पर लेकर निरंतर पूछताछ किए जाने के विरुद्ध चतरा उपायुक्त कार्यालय के निकट जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा भाजपा सरकार के इशारे पर सोनिया गांधी के विरुद्ध ईडी की विद्वेष पूर्ण कार्रवाई के खिलाफ अपना रोष प्रकट कर गुस्से का इजहार किया गया किया। इस निमित्त स्थानीय उपायुक्त कार्यालय के निकट एकदिवसीय सत्याग्रह आंदोलन के तहत अपनी आवाज बुलंद की। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रमोद दुबे ने कहा कि ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय को देश की निकम्मी भारतीय जनता पार्टी की सरकार ढाल बनाकर उसका दुरुपयोग कर रही है, जिसका नतीजा है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष को बीमार अवस्था में भी ईडी द्वारा बारंबार बुलाकर पूरी तरह परेशान किया जा रहा है।
सुखाड़ क्षेत्र घोषित करे हेमंत सरकार
चतरा में मानसून की बारिश के इंतजार में अनावृष्टि के कारण भयावह होती जा रही स्थिति से जहां जिले के किसान पूरी तरह मायूस हैं। इधर, भाजपा किसान मोर्चा के बैनर तले नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय उपायुक्त कार्यालय के समक्ष चतरा जिले को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया और हेमंत सरकार के किसानों के प्रति उपेक्षा पूर्ण रवैया के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद करते हुए जिले को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग की। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला प्रभारी अरुण साहू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बारिश ना होने के कारण किसानों की बढ़ती मुश्किलों के मद्देनजर किसान मोर्चा द्वारा सरकार को बार-बार सचेत करने के बावजूद प्रदेश की किसान विरोधी झामुमो सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही। पानी के अभाव में रोपाई बंद है। खेत में भी बिहन मर चुके हैं। उन्होंने जल्द ही क्षेत्र को आकाल क्षेत्र घोषित करते हुए किसानों को उचित लाभ दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब से झामुमो और कांग्रेस की सरकार बनी है किसानों को सिर्फ ठगने का काम किया गया है। बताया कि मुख्यमंत्री कृषि सम्मान योजना के तहत प्रति एकड़ 5 हजार की जो राशि मिल रही थी, उसे भी इस सरकार ने बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में चिंता करते हुए अविलंब प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करें अन्यथा सड़क से लेकर सदन तक ईंट बजा दी जाएगी।