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पश्चिम सिंहभूम जिले में सामाजिक संगठन झारखंड बचाओ मोर्चा का शंखनाद हो गया है. चाईबासा स्थित जिला परिसदन के सभागार में बुधवार को मोर्चा की अहम बैठक हुई. इसमें कई पूर्व सांसद व विधायक शामिल हुए और एकजुटता का परिचय देते हुए झारखंड को बचाने की रणनीति बनाई. संगठन बनने के बाद पहली बार जिले में यह बैठक आयोजित हुई. बैठक में कई गंभीर मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. मोर्चा को मजबूत करने पर जोर दिया गया. साथ ही हर प्रखंड में इस मोर्चा का पदाधिकरी रखने से लेकर कार्यकर्ता पर ऊर्जा डालने का निर्णय लिया गया.
नियोजन नीति की मांग को लेकर होगा आंदोलन
पूर्व सांसद डीपी जामुदा, पूर्व सांसद चित्रसेन सिंकू, पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोगा की उपस्थिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में अधिक से अधिक झारखंड आंदोलनकारियों को एक मंच पर लाया जाएगा. साथ ही संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा. कहा गया कि झारखंड के व्यापक हित में खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति का निर्धारण व सीएनटी /एसपीटी एक्ट को प्रभावी रूप से लागू करने को लेकर आंदोलन किया जाएगा.
21 अगस्त को चाईबासा आएंगे विधायक लोबिन व पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव
इस दौरान भाषा नीति को तत्काल निर्धारण करने के अलावा पांचवी अनुसूची तथा पेशा कानून को प्रभावी रूप से लागू करने पर जोर दिया गया. पूर्व विधायकों व सांसद ने बताया कि आगामी 21 अगस्त 2022 को पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा की धरती पर विधायक लोबिन हेंब्रम, झारखंड सरकार में पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने आने की सहमति दी है. बैठक में मुख्य रूप से सन्नी सिंकू, महेंद्र जामुदा, सुशील बरला, चंपाई बोयपाई, कोलंबस हांसदा, मंगल सरदार, रमेश जेराई, सनातन पिंगुवा, मंजीत हांसदा, बैद्यनाथ गोप, कंदर्प गोप, शीतल पूर्ति, शैली शैलेंद्र सिंकू एवं अन्य लोग उपस्थित हुए.
Source: lagatar.in
Gulabi Jagat
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