धनबाद. धनबाद के झरिया से रूह कंपा देने वाली खबर सामने आई है. यहां मंदबुद्धि एक बच्चे को बेरहमी से पीटा गया है. उसे गर्म आयरन से दागा भी गया है. ये सारी यातनाएं उस संस्था में उसे झेलनी पड़ीं जहां मंदबुद्धि बच्चों को रखकर मुख्यधारा से जोड़ने की ट्रेनिंग दी जाती है. जी हां, झरिया के बस्ताकोला में स्थापित इस संस्था का नाम है जीवन ज्योति.
मंदबुद्धि बच्चे पर ढाए गए इस जुल्म की बात जब सामने आई तो सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी ने कहा कि जीवन ज्योति संस्था के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ मामले की रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. सीडब्ल्यूसी इस मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मुद्दे पर डीसी संदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने समाज कल्याण पदाधिकारी को जांच करने का निर्देश दिया है.-
वहीं, इस मामले में जीवन ज्योति के प्राचार्य एके सिंह ने यह स्वीकार किया कि इस बच्चे की पिटाई की गई है. उन्होंने इसके पीछे की वजह बताई कि जब मंदबुद्धि बच्चे उत्तेजित हो जाते हैं तो उन्हें एक कमरे में बंदकर छड़ी से उसकी पिटाई कर ट्रीटमेंट दी जाती है. यह बच्चे के हित में ही किया जाता है.
इसी 15 को हुई यहां एक मौत
बता दें कि मंदबुद्धि बच्चों के जीवन में ज्योति जलाने का दावा करने वाली इस जीवन ज्योति संस्था में अभी हाल ही में 17 साल की एक मंदबुद्धि युवती के जीवन की ज्योति बुझ गई. बीते 15 जुलाई शुक्रवार को यहां गौरी कुमारी नाम की युवती की मौत रहस्यमयी हालत में हो गई. गौरी के मुंह और नाक से खून निकल रहे थे. इस मामले में बाल कल्याण समिति ने जीवन ज्योति के संस्थापक एके सिंह से पूरी रिपोर्ट मांगी है. बाल कल्याण समिति को इस मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
इस ताजा मामले में पीड़ित शख्स का नाम है बादल पाठक. इस मंदबुद्धि बादल पाठक के पिता विपिन पाठक ने बताया कि वे हर 15 दिन पर अपने बच्चे को देखने के लिए आसनसोल से जीवन ज्योति संस्था में आते हैं. इस बार जब वे आए तो उन्होंने अपने बच्चे के शरीर पर कई जख्म देखे. उन्होंने जब अपने बच्चे से पूछा तो उसने अपनी टूटी-फूटी भाषा में बताया कि उसे यहां पीटा गया है और गर्म आयरन से दागा गया है. तब पिता ने इस बाबत डीसी से इस बात की शिकायत की और संस्था पर कार्रवाई करने की मांग की.