Jamshedpur: ईद – उल – अजहा या बकरीद इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे जोश के साथ मनाते हैं. बकरीद इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 12वें महीने में मनाया जाता है. ये रमजान का महीने खत्म होने के 70 दिन के बाद मनाया जाता है. इस दिन नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी दी जाती है. बकरीद के त्योहार को बकरीद, ईद कुर्बा, ईद-उल अजहा या कुर्बान बराहमी भी कहा जाता है. इस मौके पर कोल्हान के विभिन्न ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की गई जिसमें भारी संख्या में नमाजी पहुंचे. ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने बाद नमाजियों ने अमन,शांति की दुआ की. मान्यता है कि यह त्योहार हमेशा लोगों को खुशी बांटने और त्याग के लिए प्रेरित करता है. जमशेदपुर में ईद- उल- अजहा की नमाज अदायगी के बाद लोग एक – दूसरे से गले मिले और बधाइयां दी. धातकीडीह ईदगाह मैदान में 7:45 बजे ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई. उसके बाद लोग कुर्बानी का फर्ज अदा करने की तैयारी में जुट गए.
जगन्नाथपुर में एक-दूसरे के गले मिलकर दी बधाई
पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में बकरीद सादगी और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया. हल्की बूंदा-बांदी के बीच जगन्नाथपुर, मौलानगर, रहिमाबाद व अफताब नगर मस्जिद में बकरीद की नमाज अदा की गई. नमाज अदायगी के बाद लोगों ने एक – दूसरे को बकरीद पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी. वहीं इस अवसर पर लोगों ने बकरे की कुर्बानी दी. इधर, बकरीद पर्व में विधि व्यवस्था के मद्देनजर जगन्नाथपुर चौक क्षेत्र सहित मस्जिदों में पुलिस पदाधिकारी व सुरक्षा बल तैनात रहे. पर्व शांतिपूर्व सम्पन्न कराने को लेकर थाना प्रभारी यशराज सिंह अपने गश्ती दल के साथ क्षेत्र में सक्रिय रहे. बकरीद के एक दिन पूर्व जगन्नाथपुर क्षेत्र में जगन्नाथपुर पुलिस ने प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन प्रसाद और थाना प्रभारी यशराज सिंह के संयुक्त नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला था.