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यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड की मुसाबनी स्थित बागज़ाता माइंस में बुधवार की रात्रि पाली में माइंस के डिक लाइन के 200 मीटर के ई 1 में लूज ( चट्टान ) गिरने से गोहला पंचायत के भादुआ निवासी यूसिल की ठेका कंपनी एके इंटरप्राइजेज में कार्यरत ड्रिलर हेल्पर फकीर हांसदा नामक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी
Ghatshila: यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड की मुसाबनी स्थित बागज़ाता माइंस में बुधवार की रात्रि पाली में माइंस के डिक लाइन के 200 मीटर के ई 1 में लूज ( चट्टान ) गिरने से गोहला पंचायत के भादुआ निवासी यूसिल की ठेका कंपनी एके इंटरप्राइजेज में कार्यरत ड्रिलर हेल्पर फकीर हांसदा नामक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. घटना को लेकर परिवार व ग्रामीणों ने शव के साथ माइंस गेट जाम कर दिया और मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ने लगा. इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजा दिलावर पुलिस बल के साथ माइंस गेट पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया. इस बीच पूर्व जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू और प्रखंड प्रमुख प्रमुख रामदेव हेंब्रम भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने भी अपने स्तर से ग्रामीणों से वार्ता कर समझौता कराने का प्रयास किया. परंतु मुआवजा और आश्रित को नौकरी की मांग पर ग्रामीण अड़े रहे जिसके बाद घटनास्थल पर मुसाबनी डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, अंचल अधिकारी राम नरेश सोनी भी पहुंचे. उन्होंने भी उनको शांत कराने का प्रयास किया और बताया कि जल्द ही वार्ता के लिए विधायक रामदास सोरेन और अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक आ रहे हैं.
जिसके बाद विधायक रामदास सोरेन व एसडीएम सत्यवीर रजक, दंडाधिकारी जयप्रकाश करमाली, बागजाता माइंस गेट पर पहुंचे. यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के पदाधिकारी महाप्रबंधक कार्मिक एसके शर्मा, महाप्रबंधक मनोज कुमार, उपमहाप्रबंधक राकेश कुमार, डी हांदसा, शंकर चंद्र हेम्ब्रम, कान्हू सामंत, जगदीश भकत, बाघराय मार्डी, प्रधान सोरेन, शिवनाथ मार्डी, पर्वत हांसदा के साथ माइंस परिसर में ही परिवार व ग्रामीणों की उपस्थिति में वार्ता हुई. विधायक द्वारा घटना की निंदा करते हुए कहा गया कि माइंस प्रबंधन मजदूरों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम रखे ताकि इस तरह की घटनाएं आनेवाले समय में ना हो सके. इसके साथ ही उन्होंने आश्रित के परिवार के एक व्यक्ति को स्थाई नौकरी एवं उचित मुआवजा की मांग की. जिसके बाद काफी गहमागहमी होने पर समझौता हुआ कि यूसील प्रबंधन स्वर्गीय फकीर हांदसा के एक आश्रित को माइंस में स्थाई नौकरी देगा. साथ ही आश्रितों के भरण पोषण हेतु कर्मचारी क्षतिपूर्ति अधिनियम 1923 के प्रावधान के तहत 13 लाख 81 हज़ार 275 रुपए मुआवजा दिया जाएगा. मुआवजा की पूरी राशि 3 माह के अंदर दे दी जायेगी. इसके साथ ही यूसिल की ठेका कंपनी एके एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर अजीत खां द्वारा अंतिम संस्कार के लिए मौके पर ही बीस हजार आश्रितों को दिया गया. श्राद्धकर्म में भी मदद का भरोसा दिलाया गया.
सोर्स - News Wing
Rani Sahu
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