झारखंड

तबादले में नियमों की अनदेखी, विरोध के बाद कुछ का ट्रांसफर रूका, बाकी जस का तस

Rani Sahu
12 Aug 2022 11:29 AM GMT
तबादले में नियमों की अनदेखी, विरोध के बाद कुछ का ट्रांसफर रूका, बाकी जस का तस
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सरकारी कार्यालयों में तबादला एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन, 7 जुलाई को लगभग 20 स्वास्थ्यकर्मियों का तबादला किया गया
Ranchi: सरकारी कार्यालयों में तबादला एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन, 7 जुलाई को लगभग 20 स्वास्थ्यकर्मियों का तबादला किया गया, उसमें गलत प्रक्रिया अपनायी गयी. स्थापना समिति की बैठक किए बगैर ही सदस्यों से हस्ताक्षर कराकर ट्रांसफर ऑर्डर को जारी कर दिया गया. ट्रांसफर में गलत प्रक्रिया अपनाये जाने का समिति के दो वरीय सदस्यों ने विरोध भी किया. इस ट्रांसफर का लिखित तौर पर विरोध कर दिया है. विरोध के डर से रांची सिविल सर्जन ने चार कर्मचारियों का ट्रांसफर ऑर्डर को वापस ले लिया. इनमें मो अली इमाम,सुश्री स्वाति सलिसा बेक, सिवन टोप्पो और नीरज कुमार वर्मा का नाम शामिल है. ये चारों कर्मचारी वही हैं जो इसी साल के अंत तक सेवानिवृत्त होने वाले हैं. लेकिन, शेष 11 लोगों के ट्रांसफर ऑर्डर को जस के तस छोड़ दिया गया.
स्थापना कमेटी में ये लोग थे सदस्य
स्थापना समिति में सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार के अलावे एसीएमओ-2 डॉ अरविंद कुमार, डॉ मुस्तफी और डॉ अखिलेश झा शामिल थे.
कर्मचारियों के रिटायरमेंट के चार माह पहले ही तय कर दिया कौन किसकी जगह लेगा
रांची के सिविल सर्जन द्वारा किये गए तबादले में कई खामियां है. उदाहरण के लिए सदर अस्पताल में स्टोर लिपिक का काम देख रहे अरविंद पासवान नवंबर महीने में सेवानिवृत्त होने वाले हैं और पुरुषोत्तम जो नवंबर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उनका तबादला तो नहीं किया गया है लेकिन, उनके रिटायर होते ही कौन उनका पद संभालेगा यह चार महीने पहले ही तय कर दिया गया.

सोर्स- News Wing

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