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मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं बोड़ाम पंचायत के डांगडुंग टोला के लोग
Patmda : पूर्वी सिंहभूम जिले के बोड़ाम पंचायत के डांगडुंग टोला बोडोडीह में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. यहाँ के ग्रामीण सड़क, चिकित्सा, शिक्षा, पानी आदि सुविधाओं से वंचित हैं. जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद आज तक इस गाँव के हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. यहाँ कुल 35 आदिवासी भूमिज परिवार रहते हैं. खनिज संपदा मैंगनीज की गोद में बसे इस गाँव में रहने वाले लोग दैनिक मजदूरी कर जीवन जीने को विवश हैं.
इलाज के लिए करना पड़ता है लंबा सफर
पेयजल के लिए यहाँ एकमात्र सोलर संचालित जलमीनार लगा है जिससे सिर्फ धूप रहने पर ही पानी मिलता हैं. छोटे बच्चों को पढ़ाई के लिए एक किमी दूर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र जाना पड़ता है. टोला में बेरोजगारी और महंगाई एक बड़ी समस्या बनी हुई हैं. बिजली के तार भी जर्जर हो चुके है इस कारण बिजली रानी रात भर आंख मिचौली खेलती हैं. स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव है जिस कारण गंभीर रूप से बीमार होने पर मरीजों को पटमदा स्थित माचा सीएचसी या एमजीएम ले जाना पड़ता है. दोनों अस्पताल की दूरी 15 से 20 किमी है.
बड़े वादे कर चुनाव जीतने वाले जनप्रतिनिधि भी नदारद
टोला के युवा फुलचांद सिंह सरदार बताते हैं कि छोटे बच्चों को शिक्षित करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं. प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र की दूरी अधिक होने के कारण बच्चे अकेले जाने से कतराते हैं. सभी अभिभावक दैनिक मजदूर होने के कारण स्कूल पहुंचाने में असमर्थ हैं. ग्रामीण महिला गीता सिंह के अनुसार ग्रामीणों के पास बेरोजगारी और महंगाई बड़ी समस्या बनी हुई हैं. राशन तो मुफ्त में मिल रहा हैं लेकिन अभी भी लकड़ी लाकर खाना पकाना पड़ता हैं. लगातार एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोत्तरी होने से काफी मुश्किलें बढ़ गई हैं. भारती सिंह ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार का वादा कर चुनाव जीतने वाले जनप्रतिनिधि ग्रामीणों की समस्या सुनने कभी नहीं आते. ग्रामीणों को खुद ही उनके पास जाना पड़ता हैं. जल, जंगल जमीन की सभी बात करते हैं लेकिन इन तीनों पर संकट पड़ा हुआ हैं.
by Lagatar News
Rani Sahu
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