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डाटा चोरी करने के साथ बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम दे रहे शातिर, एक्सोनोमोरफ ऐप से बैंक अकाउंट साफ

Gulabi Jagat
22 Nov 2022 8:27 AM GMT
डाटा चोरी करने के साथ बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम दे रहे शातिर, एक्सोनोमोरफ ऐप से बैंक अकाउंट साफ
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शिमला
प्ले स्टोर पर एक खतरनाक ऐप की पहचान हुई है। अगर आपने एक्सोनोमोरफ ऐप को डाउनलोड किया है, तो तुरंत फोन से इस ऐप को डिलीट कर दें, वरना यह आपके ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम को ट्रैक करके आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकता है। इंटरनेट ने हमारा जीवन बहुत आसान बना दिया है। शॉपिंग करनी हो या फिर किसी को पेमेंट करना हो, घर बैठे-बैठे पल भर में ये काम हो जाते हैं। कहीं जाने के लिए टिकट रिजर्व करनी हो याफिर होटल का कमरा बुक करना हो, अब धक्के खाने की जरूरत नहीं होती। मोबाइल फोन या कम्प्यूटर से ये काम चुटकी बजाते ही हो जाते हैं, लेकिन इन सुविधाओं के साथ-साथ धोखाधड़ी के मामले भी उसी रफ्तार से बढ़े हैं। अब इंटरनेट फ्रॉड के मामले इतने बढ़ गए हैं कि अपराधी आपके घर में आए बिना ही मीलों दूर बैठे-बैठे ही आपके पैसे हड़प कर लेते हैं।
इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है। तमाम ऐसी एप्लीकेशंस आ गई हैं, जो एक क्लिक में आपका सारा डाटा या बैंक खाते में रखा पैसा चुरा लेती हैं। बताया जा रहा है कि थ्रेट फैवरिक ने एंड्रॉइड फोन में बैकिंग ट्रोजन एक्सोनोमोरफ को ट्रैक किया है। यह एक एंड्राइड मेलवेयर है, जो कि बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम देता है। यह यूजर्स का डाटा चोरी करता है। एक्सोनोमोरफ एक बार आपके स्मार्ट फोन में इंस्टॉल हो जाता है, इसके बाद यह आपके फोन और मॉनिटर की हर एक्टिविटी को ट्रैक करता है।
यूजर्स को लगा रहे चूना
यह अकेला ऐप नहीं है, ऐसे कई ऐप हैं, जो यूजर्स को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। इस तरह टीबॉट नामक ऐप द्वारा जारी ट्रोजन मेलवेयर सामने आया है। ट्रोजन को यूजर्स की निजी जानकारी और मैसेज को चोरी करने के लिए डिजाइन किया गया है। एक बार इंस्टॉल हो जाने पर, ट्रोजन स्मार्ट फोन की स्क्रीन को कंट्रोल करने के लिए अनुमति का अनुरोध करता है। एक बार यह हो जाने के बाद, यह तमाम जानकारी जैसे लॉगिन डिटेल, एसएमएस और टू फेक्टर ऑथेंटीकेशन कोड का पता लगा लेता है। एंड्राइड मेलवेयर ऐप को लेकर साइबर सैल शिमला ने एडवाजरी जारी की है।
बिना जानकारी फोन पर इंस्टाल न करें ऐप
साइबर सैल शिमला के एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि साइबर ठग एंड्राइड मेलवेयर ऐप के जरिए लोगों को ठगी की शिकार बना रहे हैं। इस तरह की ऐप्स अगर आपके पास है, तो इन्हें तुरंत हटा दें और भविष्य में कभी भी ऐसी कोई ऐप को इंस्टॉल न करें जिसकी जरूरत न हों।
Gulabi Jagat

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