हिमाचल प्रदेश

शातिर ने अस्पताल अधिकारी बनकर रचा षड्यंत्र, दिव्यांग प्रसूता के खाते से उड़ाए 9 हजार रुपए

Shantanu Roy
11 May 2023 9:15 AM GMT
शातिर ने अस्पताल अधिकारी बनकर रचा षड्यंत्र, दिव्यांग प्रसूता के खाते से उड़ाए 9 हजार रुपए
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ऊना। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में प्रसव के बाद घर पहुंची दिव्यांग महिला से अस्पताल अधिकारी बनकर एक व्यक्ति ने 9 हजार रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। ठगी का शिकार हुई महिला ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया है और पुलिस के पास भी लिखित शिकायत दी है। पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है जबकि स्वास्थ्य विभाग ने भी इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी करके सबको एहतियात बरतने और शातिरों के झांसे में न आने की हिदायत दी है। इस मामले से प्रसूताओं व परिवार नियोजन के डाटा के कहीं से लीक होने का शक भी गहरा गया है। अम्ब उपमंडल के रिपोह मिसरां निवासी कुसुम लता की क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कुछ दिन पहले डिलीवरी हुई थी जिसमें उन्होंने बेटी को जन्म दिया था। कुसुम दिव्यांग है और सहारा योजना की लाभार्थी भी हैं।
उन्हें एक कॉल आई जिसमें कॉलर ने स्वयं को सरकारी अस्पताल ऊना का अधिकारी बताया और उसको झांसे में ले लिया और उसको प्रसूति की बधाई दी व कुल 16 हजार रुपए का सरकारी लाभ मिलने की बात की। पेमैंट के लिए गूगल पे से पेमैंट रिसीव करने की बात कही और कुछ ऑप्शन यूज करने की बात की। इसके साथ ही कुसुम के खाते से 9 हजार रुपए कट गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डाॅ. संजीव कुमार वर्मा ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि आशा वर्कर्ज, गर्भवती महिला लाभार्थी किसी भी फ्रॉड कॉल/मोबाइल ङ्क्षलक या अज्ञात नंबर से अपने बैंक खाते की डिटेल या अकाऊंट नंबर की जानकारी किसी को भी न दें। ऐसा विदित हुआ है कि स्वास्थ्य विभाग का नाम लेकर बैंक अकाऊंट की जानकारी गर्भवती महिलाओं व आशा वर्कर्ज से मांगी जा रही है जिसमें उनके खाते में पैसे डालने के बारे में कहा जा रहा है तथा उनके खाते से रुपए निकाले जा रहे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ऐसी कोई भी जानकारी नहीं मांगी जा रही है। सभी सतर्क रहें। एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि यह गंभीर विषय है और इसको लेकर पूरी जांच की जाएगी। साइबर सैल के माध्यम से भी इस मामले की तफ्तीश की जाएगी।
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