हिमाचल प्रदेश

आंत्रशोथ के रोगियों का आंकड़ा 500 के पार, सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दिए ये निर्देश

Shantanu Roy
31 Jan 2023 12:06 PM GMT
आंत्रशोथ के रोगियों का आंकड़ा 500 के पार, सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दिए ये निर्देश
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बड़ी खबर
नादौन। हमीरपुर जिला के उपमंडल नादौन के कुछ गांवों में फैले आंत्रशोध के कारण रविवार को रोगियों की संख्या 500 पार कर गई है। रविवार को यह आंकड़ा 150 तक था। यानी अब तक करीब 600 लोग प्रभावित हो चुके हैं। हैरानी की बात तो यह है कि अब उन क्षेत्रों के लोग भी प्रभावित हैं जहां रंगस पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति नहीं की जाती है। नए क्षेत्रों में दंगड़ी, भूंपल के भी कई गांव प्रभावित हैं। रंगस के निकट बलाहर, बटवाल, खैरी, बही टप्पर आदि गांवों में भी लगभग 200 नए रोगियों की पहचान हुई है। इसके अलावा बलौन, पन्याला गांवों में भी रोगी बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमें गांव-गांव जाकर रोगियों की पहचान करके उन्हें दवाइयां बांट रही हैं। सुखद बात यह है कि अभी तक किसी भी रोगी में कोई गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। उधर, जल शक्ति विभाग के सीनियर इंजीनियर नीरज भोगल की अगुवाई में एसडीओ रविंदर कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने रंगस पेयजल योजना का निरीक्षण किया तथा पानी के सोर्स तक गहन जांच की परंतु वहां ऐसा कुछ भी पाया नहीं गया। जिससे कहा जा सके कि दूषित पेयजल के कारण यह रोग फैला है।
इतना ही नहीं विभागीय जांच में पानी के सैंपल की जांच में भी अभी तक कुछ नहीं मिला है। नीरज भोगल ने बताया कि सैंपल में अभी तक के परीक्षणों में कुछ विपरीत नहीं मिला है। अब ये सैंपल स्टेट लैब कंडाघाट भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पेयजल योजना को बंद रखा गया है और क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। वहीं बीएमओ डाॅ. केके शर्मा ने बताया कि नए रोगियों की पहचान की जा रही है और विभाग की टीमें घर-घर जाकर दवाइयां बांट रही हैं। नादौन की करीब 6 पंचायतों में सामने आए आंत्रशोध के मामलों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे आंत्रशोध से प्रभावित क्षेत्रों और इसके आसपास के क्षेत्रों में निगरानी रखें और लगातार लोगों से संपर्क बनाए रखें। स्वास्थ्य विभाग की टीम को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि क्षेत्र में दवाएं, ओआरएस और क्लोरीन की टैबलेट बांटी जाएं। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि पेयजल योजनाओं और स्रोतों की टैस्टिंग की जाए और रोग फैलने के कारणों की जांच की जाए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह उबला हुआ पानी पिएं, सादा खाना खाएं, बाहर से लाए गए खाद्य पदार्थों को खाने से परहेज करें और अपने घर तथा घर के आसपास स्वच्छता का खास ख्याल रखें।
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