हिमाचल प्रदेश

सीमेंट प्लांट विवाद को लेकर एसीसी प्रबंधन-प्रशासन के खिलाफ नारे, बरमाणा-दाड़लाघाट में गरजे ट्रक ऑपरेटर्ज

Gulabi Jagat
17 Dec 2022 10:07 AM GMT
सीमेंट प्लांट विवाद को लेकर एसीसी प्रबंधन-प्रशासन के खिलाफ नारे, बरमाणा-दाड़लाघाट में गरजे ट्रक ऑपरेटर्ज
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बरमाणा (बिलासपुर)
बिलासपुर के बरमाणा में स्थित एसीसी सीमेंट प्लांट को अचानक बंद करने के निर्देश जारी होने के बाद ट्रक ऑपरेटरों में उपजा गुस्सा अब उग्र रूप धारण करने की कगार पर है। हालांकि शुक्रवार को बड़ा आंदोलन होने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन ट्रक ऑपरेटरों ने एक विशाल बैठक के साथ यह निर्णय लिया है कि कल यानी शनिवार को 21 वार्डों के सभी सदस्य व ट्रांस्पोर्टर्स बरमाणा में स्थित बीडीटीएस के पुकार हॉल में एकत्रित होंगे और संघर्ष को लेकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। साथ ही बीडीटीएस कार्यालय से एसीसी प्लांट के गेट तक शांतिपूर्ण तरीके से रोष रैली भी निकाली जाएगी। वहीं, ट्रक ऑपरेट्र्स ने चेतावनी दी है कि यदि इस मुद्दे को लेकर जल्द ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जाता है, तो सभी ट्रक ऑपरेटर चालक व परिचालकों के साथ मिलकर उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर का घेराव करेंगे।
शुक्रवार को बीडीटीएस के कार्यालय के सभागार में सैकड़ों ट्रक ऑपरेटरों ने बैठक की। इस दौरान एसीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। सभी ऑपरेटरों ने एकमत होकर इस बात पर जोर दिया कि प्लांट बंद करने के निर्णय को जल्द से जल्द वापस लिया जाए, ताकि ट्रक ऑपरेटरों व अन्य वर्ग के लोगों को आर्थिक संकट से न जूझना पड़े। वहीं, ऑपरेटरों ने साफ किया है कि सीमेंट ढुलाई के लिए बाहरी गाडिय़ों को नहीं चलने दिया जाएगा। यदि एसीसी कंपनी द्वारा ऐसा किया जाता है कि सभी ऑपरेटर इसका कड़ा विरोध करेंगे इसका जिम्मेवार एसीसी प्रबंधन व जिला प्रशासन होगा।
आंदोलन को चेताया
बीडीटीएस के पूर्व प्रधान रमेश ठाकुर ने बताया कि ट्रक आपरेटर्ज की बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई ऑपरेटर्ज ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शनिवार को 21 वार्डों के सभी सदस्यों व ट्रांस्पोर्टर्ज की एक विशेष बैठक बरमाणा में होगी। इस बैठक में ट्रक ऑपरेटर्ज के हित को लेकर सभी सदस्यों के सुझाव भी लिए जाएंगे। साथ ही यदि संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है, तो उसे लेकर आगामी रणनीति भी बनाई जाएगी। 20 दिसंबर को एसीसी प्रबंधन के साथ इस विषय को लेकर बैठक होनी है। यदि उसमे उचित निर्णय नहीं लिया जाता है, तो सभी ट्रांस्पोर्टर उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
रोजीरोटी पर संकट
बताते चलें कि दो दिन पूर्व एसीसी कंपनी के माध्यम से बरमाणा में स्थित सीमेंट प्लांट को बंद करने के निर्देश जारी हुए हैं। घाटे का हवाला देकर कंपनी ने सभी कर्मचारियों को प्लांट में आने से मना कर दिया है। कंपनी ने यूनियन से ढुलाई भाड़े में कमी करने का आग्रह किया है। कंपनी का कहना है कि आगामी आदेशों तक प्लांट
बंद रहेगा।
नौकरी पर तलवार
कंपनी के इस निर्णय के बाद ट्रक ऑपरेटरों में खलबली मच गई है। करीब 15 हजार से अधिक परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट छाया गया है। इस प्लांट में करीब 980 कर्मचारी कार्य करते हैं और करीब 3800 ट्रक ढुलाई का काम करते हैं। इनमें 2300 के करीब ट्रक बीडीटीएस व 1500 ट्रक पूर्व सैनिकों के शामिल हैं। वहीं, 530 कर्मचारी नियमित व 450 कर्मचारी ठेके पर रखे गए हैं।
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