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शिमला
एसजेवीएन ने असम में 1000 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं के विकासार्थ एमओयू साइन किया है। एसजेवीएन अध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को गुवाहाटी में एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के मध्य एमआयू पर हस्ताक्षर किए गए। एक संयुक्त उपक्रम कंपनी की स्थापना करके असम में 1000 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। असम के माननीय मुख्यमंत्री डा. हिमंत बिस्वा सरमा, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता तथा पर्यटन मंत्री जयंत मल्लबरुआ, विद्युत मंत्री नंदिता गोरलोसा तथा श्रम कल्याण मंत्री संजय किशन की गरिमामयी उपस्थिति में एसजेवीएन अध्यक्ष एवं एमडी और राकेश कुमार (आईएएस), प्रबंध निदेशक, एपीडीसीएल द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर प्रधान सचिव (विद्युत), नीरज वर्मा (आईएएस), एके सिंह, निदेशक (वित्त) एसजेवीएन, एसएल शर्मा, सीईओ (एसजीईएल) सहित सरकार, एसजेवीएन और एसजीईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
नंदलाल शर्मा ने कहा कि कमीशनिंग के पश्चायत परियोजना पहले वर्ष में 2192 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन करेगी और 25 वर्षों में लगभग 50425 मिलियन यूनिट का संचयी विद्युत उत्पादन होगा। एसजेवीएन द्वारा परियोजना के विकास के लिए राज्य में 6000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। निर्माण और प्रचालन चरणों के दौरान लगभग 4000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्तम होंगे। इस परियोजना से पहले वर्ष के लिए कार्बन उत्सर्जन में 1,07,383 टन की कमी और पूरे जीवन काल में 24,70,732 टन की कमी हासिल होगी। असम में लगभग 3000 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता है, जिसमें से एसजेवीएन राज्य में 1000 मेगावाट की फ्लोटिंग सौर परियोजनाओं का विकास करेगी और यह 4500 हेक्टेयर जल क्षेत्र में अवस्थित होगी। इससे लगभग 2500 हेक्टेयर भूमि की बचत होगी क्योंकि फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए किसी भूमि को समतल करने, वनस्पति को हटाने या विस्थापन की आवश्यकता नहीं होती है।
Gulabi Jagat
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