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तस्वीरों में देखें तबाही का मंजर, हिमाचल में बरपाया कहर, कई लोग लापता
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
मौसम विभाग के अलर्ट के बीच भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में कहर बरपा दिया है। हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। रात से जारी भारी बारिश से प्रदेश के मंडी, चंबा, कांगड़ा, शिमला व अन्य जिलों में व्यापक नुकसान हुआ है। कई लोगों की मौत की आशंका है। मंडी जिले में बादल फटने से कई लोग दब गए हैं। प्रदेश में अलग-अलग जगह अब तक 13 लोगों के मरने की सूचना है जबकि कई लोग मलबे में दबे हैं। कई गाड़ियां बह गई हैं। चंबा में भूस्खलन से मां बेटे सहित तीन से चार लोग मलबे के नीचे दब गए हैं। कांगड़ा के भनाला की गोरडा (शाहपुर) में एक मकान गिर गया, जिसकी जद में आने से 12 साल के बच्चे की जान चली गई। मंडी जिले में नौ लोगों की मौत हो गई है। गोहर में प्रधान के परिवार के सात लोगों के शव बरामद हुए हैं। मलबे में दबने से प्रधान व उनकी पत्नी की भी मौत हो गई।
336 सड़कें ठप
राज्य आपदा संचालन केंद्र शिमला की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार सुबह प्रदेश में 336 सड़कें यातायात के लिए ठप थीं। इसके अलावा 1525 बिजली ट्रांसफार्मर और 132 पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हैं। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी जिले में 122, चंबा जिले में 97, कुल्लू 50, शिमला 38 और सोलन जिले में 23 सड़कें ठप हैं। तीनों एनएच मंडी पठानकोट, मंडी कुल्लू और मंडी जालंधर वाया धर्मपुर बंद हो गए हैं।
रेलवे चक्की पुल बहा
उधर, कांगड़ा जिले में भारी बरसात होने के कारण रेलवे चक्की पुल रात को बह गया। भारी बारिश को देखते हुए चंबा, मंडी के बाद कांगड़ा और कुल्लू जिले में भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज और कल दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है। और प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी का पालन करने को कहा है।
जिला के मंडी-कटौला-पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी कहर बरपाया है। यहां बाढ़ की चपेट में आने से एक पूरा परिवार लापता हो गया है। बागी नाले पर बनाया पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है।
संदोआ, पुराना कटौला के स्तार मोहम्मद पुत्र स्वर्गीय लाल हुसैन का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आने से 5 लोग लापता हैं, जबकि एक बच्ची का शव घर से लगभग आधा किलोमीटर नीचे बरामद हुआ है।
गोहर विकास खंड के अन्तर्गत काशण में भयंकर भूस्खलन से पंचायत प्रधान खेम सिंह का घर जमींदोज हो गया है। मकान के अंदर खेम सिंह सहित परिवार के आठ लोग दबे हैं। इस समय स्थानीय लोग स्वयं जमींदोज हुए मकान के लिंटर को तोड़कर अंदर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भयंकर मलबे के आगे उनकी एक नहीं चल रही।
कोटरोपी घटना के खौफ से ऊपर के गांव सराजबागला और जगेहड़ के ग्रामीणों ने गांव एक सुरक्षित स्थान पर जाकर पूरी रात गुजारी। यहां गांव तक पहाड़ी में दरार आई है। जिससे ग्रामीण खौफजदा हैं।
चंबा जिले में भारी बारिश से दीवार तोड़ मकान में टनों मलबा घुस गया। जिससे तीन लोग लापता हो गए। ग्रामीण और प्रशासनिक टीमें लापता पति, पत्नी और बेटे के शव बरामद कर लिए हैं। भटियात क्षेत्र की बनेट पंचायत के जुलाडा वार्ड नंबर एक में बारिश ने तबाही मचाई है।
राजधानी शिमला में आरटीओ ऑफिस के पास भूस्खलन होने से सड़क का अधिकतर हिस्सा धंस गया है। जिससे यातायात व्यवस्था काफी प्रभावित हो रही है। यातायात एक तरफा चलाया हुआ है।
यातायात को सुचारु रूप से चलाने के लिए शिमला यातायात पुलिस ने सहयोग की अपील की है। शिमला जिले में 126 रूटों पर बसें नहीं गईं।
वहीं, ठिगोग में पेट्रोल पंप पर चट्टान गिर गई है। फागू सड़क पर वाहन पर चट्टान गिरी है। गिरी और गुम्मा से शहर के लिए पानी की सप्लाई ठप हो गई है।
डलहौजी- पठानकोट नेशनल हाईवे पर बड़ा हादसा टला
डलहौजी-पठानकोट नेशनल हाईवे में पंजपुला के समीप बड़ा हादसा होने से टल गया। सुबह करीब 8:00 बजे के करीब हाईवे पर जमीन धसने से बस डंगे में जा लटकी। बताया जा रहा है कि बस में करीब 35 लोग सवार थे। डीएसपी विशाल वर्मा ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित है।
भारी बरसात होने के कारण रेलवे का चक्की पुल रात को बह गया। हालांकि पुल में दरारें आने के कारण डेढ़ हफ्ता पहले रेल सेवा बंद कर दी थी। डीहार पंचायत के डोल गदयाडा गां में बैजनाथ-सरकाघाट सड़क भी बह गई है।
कंडाघाट के समीप मलबा आने से ट्रैफिक वन वे हो गया है। इससे यहां पर जाम लग रहा है। बारिश से अभी तक जिला में पांच रूट बंद है।