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हिमाचल प्रदेश
अब हिमाचल के डिप्टी CM की संभालेंगे कमान, जानिए कैसा रहा सफर
Gulabi Jagat
10 Dec 2022 5:11 PM GMT
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हिमाचल न्यूज
शिमला, 10 दिसंबर : पत्रकारिता (Journalism) से राजनीति में दस्तक देने वाले प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) होंगे। शनिवार शाम शिमला में हुई विधायक दल की बैठक में मुकेश अग्निहोत्री के नाम का ऐलान किया। केंद्रीय पर्यवेक्षक छतीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला इस बैठक में मौजूद रहे। नवनिर्वाचित विधायकों ने सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) को विधायक दल का नेता चुना है, जो हिमाचल के नए मुख्यमंत्री होंगे।
उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वह ऊना जिला से ताल्लुक रखते हैं। मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल की राजनीति में एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा हैं। वह पिछले पांच साल हिमाचल प्रदेश विधानसभा में निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष रहे हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ऊना जिले की हरोली विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक बने हैं। अग्निहोत्री पूर्व वीरभद्र सिंह की सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वो संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क और श्रम एवं रोजगार विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
पंजाब में हुआ जन्म…
मुकेश अग्निहोत्री का जन्म पंजाब (Punjab) के संगरूर में 9 अक्टूबर 1962 को ओंकार चंद शर्मा के घर हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ऊना जिले में ही हुई। इसके बाद उन्होंने मैथ्स में एमएससी की डिग्री ली। बाद में उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन किया और पत्रकार बन गए। राजनीति में आने से पहले मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में 10 साल तक और दिल्ली (Delhi) में चार साल तक पत्रकारिता की।
छह बार सीएम रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह लाए थे राजनीति में…
मुकेश अग्निहोत्री पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (CM Virbhadra Singh) के करीबी रहे हैं। अग्निहोत्री को राजनीतिक विरासत परिवार से मिली है। उनके पिता ओंकार चंद शर्मा ने 1998 में ऊना जिला की संतोषगढ़ सीट से कांग्रेस (Congress) की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था।
अग्निहोत्री की राजनीतिक पैठ और समझ को देखते हुए वीरभद्र सिंह ने साल 2003 में उन्हें संतोषगढ़ से चुनाव लड़ने को कहा और वो वहां से चुनाव जीत गए। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनावों में भी अग्निहोत्री वहां से दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
साल 2008 में परिसीमन के बाद सन्तोषगढ़ हरोली विधानसभा सीट में तब्दील हो गया। मुकेश अग्निहोत्री तीसरी बार भी 2012 में यहां से चुनाव जातने में सफल रहे और वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री बनाए गए। कांग्रेस ने अग्निहोत्री को साल 2018 में नेता प्रतिपक्ष बनाया था।
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Gulabi Jagat
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