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हिमाचल प्रदेश
हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, पांच जिलों में बाढ़ का अलर्ट
Ashwandewangan
8 July 2023 1:35 PM GMT
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भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून की सक्रियता से मूसलाधार वर्षा हो रही है। राजधानी शिमला समेत राज्य के ज्यादातर हिस्सों में शनिवार को दिनभर वर्षा का दौर जारी रहा। लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह भूस्खलन की घटनाओं से कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इससे पर्यटकों के आगमन में भारी गिरावट आने से पर्यटन सीजन प्रभावित हुआ है। इस वीकएंड पर पर्यटन स्थलों शिमला और मनाली में होटलों में ऑक्यूपेंसी 80 फीसदी से गिरकर 30 फीसदी रह गई है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान मैदानी एवं मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की आशंका जताई है। राज्य के कुल 12 में से सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इनमें ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले शामिल हैं। राज्य की राजधानी शिमला में भी भारी वर्षा होने की संभावना है। शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट और लाहौल-स्पीति जिला में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पांच जिलों- चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और सिरमौर जिलों में बाढ़ की भी चेतावनी दी है। मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान से राज्य के संवेदनशील इलाकों में मध्यम से भारी भूस्खलन और चट्टान गिरने के कारण और सड़क मार्ग बंद होने की आशंका है। इसे देखते हुए शासन ने पर्यटकों व स्थानीय लोगों को संवेदनशील स्थलों और नदियों के करीब न जाने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 12 जुलाई तक राज्य में मौसम खराब रहेगा। अगले दो दिन यानी 09 और 10 जुलाई को व्यापक बारिश होने का अनुमान है।
रेणुका और ददाहू में सर्वाधिक बारिश
बीते 24 घंटों के दौरान सिरमौर जिले के विभिन्न इलाकों में व्यापक वर्षा हुई। जिले के रेणुका व ददाहू में सर्वाधिक नौ-नौ सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा संगड़ाह में आठ, नाहन व पच्छाद में छह-छह, जतोन बैरेज व शिमला में पांच-पांच, धर्मशाला में चार, धरमपुर व कसौली में तीन-तीन, कंडाघाट, झंडुता, मशोबरा, नारकंडा, राजगढ़, भरमौर व शिलारू में दो-दो, शिमला, सोलन, अर्की, कोटखाई, रोहड़ू व खदराला में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा हुई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को राज्यभर में भूस्खलन से 133 सड़कें, 69 ट्रांसफार्मर और 73 पेयजल स्कीमें अवरुद्ध हुईं। लोकनिर्माण विभाग के शिमला ज़ोन में सबसे ज्यादा 88, मंडी में 25, कांगड़ा व हमीरपुर में 10-10 सड़कें अवरुद्ध हैं। शिमला के उपनगर संजौली में संजौली-ढिंगू माता मंदिर सड़क भूस्खलन के कारण धंस गई। इस कारण ढिंगू माता मंदिर को जाने वाली सड़क अवरुद्ध हो गई। भूस्खलन से कई घरों को भी खतरा पैदा हो गया है। सोलन जिला में बीती रात से जारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। कसौली उपमंडल में किम्बुघाट-चक्कीमोड़ वाया दोची सड़क पर भूस्खलन से दो निर्माणाधीन मकानों को नुकसान पहुंचा है।
वर्षाजनित हादसों में अब तक 45 की मौत
राज्य में 24 जून को मानसून के आगमन के बाद से बारिश से जुड़ी आपदाएं सामने आ रही हैं। अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 45 लोगों की मौत हो गई और 80 घायल हो गए, जबकि चार लापता हैं। 354 मवेशी भी इस दौरान मारे गए हैं। इसके अलावा 70 कच्चे-पक्के मकान, सात दुकानें और 34 पशुशालाएं भी धराशायी हुई हैं। मानसून सीजन में अब तक 362 करोड़ की संपति की क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग को 204 करोड़ की क्षति हुई है, जबकि जलशक्ति विभाग को 127 करोड़ और बागबानी विभाग को 26 करोड़, बिजली बोर्ड को 92 लाख और शहरी विकास विभाग को 38 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। बीते दो सप्ताह में भूस्खलन की 17, बाढ़ की 15 और बादल फटने की एक घटना सामने आई है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।
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