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हिमाचल प्रदेश
ड्रग्स के कारोबार में महिलाओं के बढ़ते कदम, स्कूटी से घूम-घूमकर बेच रही हैं नशे की पुड़िया
Shantanu Roy
14 Oct 2022 9:55 AM GMT
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बड़ी खबर
रांची। दुनिया में लोग नशे के दिन-प्रतिदिन दीवाने होते जा रहे हैं। नशे की बिक्री से ड्रग्स सौदागरों का धंधा भी खूब अच्छे से चल रहा है। वहीं, अब ड्रग्स सौदागरों ने अपने धंधे में महिलाओं को शामिल कर लिया है ताकि पुलिस को इन पर शक न हो और धंधा खूब चले। ऐसा ही मामला झारखंड के रांची जिले से आया है। जहां नशे के कारोबारी अब महिलाओं को मोहरा बना कर नशे का कारोबार करा रहे हैं। नशे के सौदागर महिलाओं को अपना सॉफ्ट टारगेट बना रहे हैं और फिर उन्हीं की मदद से ड्रग्स का धंधा कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस ने कुछ महिलाओं की गिरफ्तारी भी की।
मॉडलिंग के बाद करने लगी ड्रग्स का धंधा
दरअसल, कानूनी रूप से कई एसओपी है, जिस कारण पुलिस को महिलाओं पर कार्रवाई में थोड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है। इसी का फायदा उठाकर नशा कारोबारी महिलाओं के साथ मिलकर अवैध कारोबार को अंजाम देते हैं। वहीं, पुलिस ने जिले के सुखदेव नगर इलाके की रहने वाली ज्योति भारद्वाज उर्फ ज्योति शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ज्योति पहले एक मॉडल थी। ज्योति दिल्ली में रहकर मॉडलिंग किया करती थी। इस दौरान उसकी जान-पहचान कई लोगों से हुई। उसका क्लब और डिस्को भी जाना होता था। कोरोना काल के दौरान वह रांची पहुंची और लॉकडाउन के वक्त उसने नशे की दुनिया में कदम रखा। वह कुछ लड़कों के साथ मिलकर ब्राउन शुगर का धंधा करने लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन, जेल से निकलने के बाद ज्योति फिर से इस धंधे में लग गई और उसने अपनी मां मोनी देवी को भी इस अवैध कारोबार में शामिल कर लिया।
पति के जेल जाने के बाद खुद संभाला नशे का धंधा
इसके बाद पुलिस ने पलामू की रहनेवाली रिजवाना ताज नाम की महिला को ब्राउन शुगर सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया। रिजवाना का पति पहले ये काम किया करता था, लेकिन वह गिरफ्तार होकर एनडीपीएस मामले में जेल चला गया तो फिर रिजवाना ने इस अवैध कारोबार को शुरू कर लिया। वहीं, फिर पुलिस ने सेन नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया था, जो स्कूटी से घूम-घूम कर स्कूल-कॉलेज के नजदीक नशे की पुड़िया बेचा करती थी। ये भी पहले नशे का सेवन किया करती थी और धीरे धीरे ये ड्रग्स माफियाओं के चंगुल में फंसकर उनका मोहरा बन गई।
महिला हो या पुरुष हो कार्रवाई होती है
जिले के एसएसपी किशोर कौशल का कहना है कि एनडीपीएस मामलों को लेकर पुलिस गंभीर है। इसे लेकर दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। वैसे सभी संदिग्ध स्थानों पर भी पुलिस पैनी निगाह रखती है जहां इस तरह का अवैध कारोबार होता है। सूचना के बाद कार्रवाई भी की जाती है। उनका कहना है कि आरोपी महिला हो या पुरुष इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर जानकारी मिलती है तो पुलिस कार्रवाई जरूर करती है।
ड्रग्स माफियाओं का टारगेट होता है युवा वर्ग
इस मामले पर रांची के सिटी एसपी अंशुमान कुमार बताते हैं कि ड्रग्स माफियाओं के टारगेट युवा वर्ग होता है, जिनके पास पैसे हो पहले उन्हें टारगेट किया जाता है। उन्होंने बताया कि युवा पहले ड्रग्स शौकिया तौर पर अपना रुतबा दिखाने के लिए लेते हैं, लेकिन धीरे-धीरे वो इसकी चपेट में आ जाते हैं और फिर वे इसके आदि होकर हैंडलर भी बन जाते है। रांची में भी पब कल्चर बढ़ रहा है। ऐसे में ड्रग्स का काला कारोबार भी पांव पसार रहा है। पुलिस अपनी कार्रवाई करती है, लेकिन जरूरी है कि अभिभावक और समाज भी आगे आए और नशे के खिलाफ युवाओं को जागरूक करे।
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