हिमाचल प्रदेश

इन्साफ के अध्यक्ष प्रवीन कुमार की मौजूदगी में शहीद परिवार के सदस्य उप मंडल अधिकारी से मिले

Shantanu Roy
15 Sep 2023 10:02 AM GMT
इन्साफ के अध्यक्ष प्रवीन कुमार की मौजूदगी में शहीद परिवार के सदस्य उप मंडल अधिकारी से मिले
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पालमपुर। शहीदों के सपनों का और भारत की गरिमा को ध्यान में रखते हुए आज समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के प्रतिनिधि व शहीद परिवार के सदस्य इन्साफ के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार की मौजूदगी में उप मण्डल अधिकारी पालमपुर से मिले । इन प्रतिनिधियों ने उप मण्डल अधिकारी को अवगत करवाया कि पालमपुर विधानसभा सभा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्रांम पंचायत हन्गलो, लाहला, व बगोडा से 1962 व 1971के शहीद परिवारों की कुर्बानी को आज दिन तक किसी ने याद नहीं किया। इन प्रतिनिधियों ने उप मण्डल अधिकारी की सेवा में एक पत्र प्रेषित किया।
पत्र में वर्णित तथ्यों के आधार पर उप मण्डल अधिकारी को अवगत करवाया गया कि ग्रांम पंचायत हन्गलो के निवासी सूबेदार मेजर अमर सिंह जब वह एक महिने के थे तो उनके पिता सिपाही परस राम 4 डोगरा 1962 में भारत - चाइना युद्ध के दौरान 17 अक्टूबर 1962 को नेफा अरुणाचल में शहीद हो गए। इसी तरह ग्रांम पंचायत लाहला के निवासी रिटायर्ड एस डी ओ लोक निर्माण विभाग इंजीनियर जगदीश चन्द जबह 9 वर्ष के थे तो उनके पिता हवलदार रोशन लाल 15 डोगरा भारत - पाक युद्ध के दौरान 10 अक्टूबर 1971 को छम्ब सेक्टर (जे एण्ड के) में शहीद हो गए। इसी तरह ग्रांम पंचायत बगोडा स्थित लटवाला के निवासी श्री अमीं चन्द धीमान जिनके कि भाई सिपाही पुन्नू राम धीमान 15 डोगरा की शादी रखी गई थी, विवाह की तैयारियां चल रही थी वह भी भारत - पाक युद्ध के दोरान 10 अक्टूबर 1971 को ही छम्ब सेक्टर (जे एण्ड के) में शहीद को गए।
इन शहीद परिवारों ने बेहद खेद जताते हुए कहा कि हमारे परम पूजनीय पिता व भाई साहब ने मातृ भूमि की रक्षा करते करते सर्वोच्च बलिदान दिया । यह हमारी जिन्दगी में पहला मौका है कि किसी समाज सेवी संस्था ने बाकायदा निमंत्रण भेज कर अपने आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार के सहयोग से हमारे परिवारों को "राष्ट्र गौरव सम्मान" से सम्मानित करवाया । इन प्रतिनिधियों ने उप मण्डल अधिकारी ( ना ) से मांग की है कि सर्वप्रथम इन तीनों शहीदों के चित्र स्थानीय पंचायत कार्यालयों व स्कूलों में लगाए जाएं जिससे कि भावी पीढ़ी व स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पता चले कि देश भक्ति से ओत प्रोत हमारे गांवों के इन वीर सैनिकों ने किस तरह मातृ भूमि की रक्षा करते करते अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इसी के साथ इन शहीद परिवारों ने उपरोक्त शहीदों के नाम पर स्मारक के अतिरिक्त स्कूलों व लिंक रोड ने नाम इन शहीदों के नाम रखे जाने के लिए उप मण्डल अधिकारी जी के माध्यम से माननीय मुख्यमन्त्री जी से मांग की है।
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