हिमाचल प्रदेश

सत्संग के दौरान बही ज्ञान की गंगा, दुनिया में इनसानियत और कर्म ही होती है इनसान की सबसे बड़ी पूंजी

Gulabi Jagat
10 April 2023 9:25 AM GMT
सत्संग के दौरान बही ज्ञान की गंगा, दुनिया में इनसानियत और कर्म ही होती है इनसान की सबसे बड़ी पूंजी
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सुलाह: सुलाह क्षेत्र के अंतर्गत परौर स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में दो लाख से अधिक संगत ने हाजिरी भरी। परौर में आयोजित सत्संग के अंतिम दिन डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी महाराज ने लाखों की संख्या में पहुंचे हुए अनुयायियों को दर्शन दिए। इस दौरान गुरु जी महाराज के निजी पाठी ने सत्संग में संगत को भाव विभोर किया। इस मौके पर संगतों द्वारा भजन कीर्तन के उपरांत भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। सत्संग में गुरु महाराज ने सभी को इनसानियत के रास्ते पर चलने की शिक्षा दी। इस दौरान उपदेश देते हुए उन्होंने कहा कि इनसानियत और कर्म ही इंसान की सबसे बड़ी पूंजी है। जाति, धर्म, समुदाय कुछ भी नहीं होता है, केवल कर्म ही जिंदगी भर काम आते हैं।
उन्होंने कहा कि सत्संग के जरिए ही कर्मों का बोझ हल्का हो सकता है। प्रभु मिलन का सच्चा द्वार कोई मंदिर नहीं, सिर्फ हमारा शरीर है। शब्द के जरिए ही हम हमारे भीतर छिपे अंधकार को मिटाकर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस जन्म में हमें जो भी दुख सहन करने पड़ रहे हैं, वे हमारे पूर्व जन्मों के कर्म है। हमें 84 लाख योनियों के बंधन से मुक्त होने के लिए ही यह मानव जीवन मिला है। इसके लिए परमात्मा की भक्ति ही एकमात्र ऐसा रास्ता है, जो हमें 84 लाख योनियों के बंधन से मुक्त कर सकता है। इसी शिक्षा के साथ मनुष्य को इस मानुष चोले के साथ अच्छा कार्य करते हुए संपूर्ण जीवन व्यतीत करना चाहिए। (एचडीएम)
भीड़ के आने सारे इंतजाम ठप
सत्संग खत्म होते जैसे ही लोग बाहर निकले तो अनुयायियों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस वजह से एकदम राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर दबाव बढ़ गया, और वाहनों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं। इस वजह से लाखों लोगों की भीड़ के आगे तमाम व्यवस्थाएं तहस-नहस हो गई। ऐसे में मुख्य सडक़ मार्ग पर जाम की स्थिति बन गइ और फरेड़ से दंरग तक दोपहर 12 बजे के बाद से लेकर शाम तक जाम लगा रहा। बता दें कि सत्संग छूटते ही तमाम जनता व ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने में सेवादारों व पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए।
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