हिमाचल प्रदेश

कुल्लू-लाहुल में बाढ़, मनाली के पलचान में फटा बादल

Gulabi Jagat
26 July 2022 10:08 AM GMT
कुल्लू-लाहुल में बाढ़, मनाली के पलचान में फटा बादल
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शिमला
हिमाचल में बारिश का कहर लगातार जारी है और सोमवार को भी भारी बारिश ने लोगों ेको दहशत में डाल दिया। कुल्लू की ऊझी घाटी से लेकर लाहुल में भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मनाली के पलचान के पास सेरी नाला में सोमवार तडक़े तीन बजे बादल फटने से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया और बाहंग से गोशाल गांव व सोलंग गांव के लिए बनी अस्थाई पुलिया बह गई। चढिय़ारी के पास नदी किनारे बनाए रेस्तरां में भी पानी व मलबा भर गया। इसके अलावा पलचान व बाहंग के आसपास नदी किनारे बना एक रेस्तरां, खोखों सहित कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। बादल फटने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर एकाएक बढऩे से नदी किनारे रहने वाले लोग रातभर नहीं सो पाए। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में सोमवार सुबह भारी बारिश से तेलिंग नाला और पागल नाले में बाढ़ आ गई। तेलिंग नाले में आई बाढ़ से सारा मलबा मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर आया, जिससे लेह से केलांग, मनाली आ रहे और मनाली-केलांग से लेह जा रहे सैकड़ों वाहन वहां घंटों फंसे रहे।
बीआरओ ने कड़ी मशक्कत के साथ पांच घंटे के बाद मार्ग बहाल कर दिया। लाहुल के पागल नाले में बाढ़ आने से मनाली-लेह मार्ग बाधित हो गया है। आधी रात को आई बाढ़ से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन बीआरओ को भारी नुकसान पहुंचा है। सडक़ पर बनी पुलिया मलबे में दब गई है, जबकि 100 मीटर सडक़ को भी नुकसान पहुंचा। उधर, जिला मंडी के तहत गोहर के थनोच गांव में ल्हासा गिरने से 13 कमरों का रिहायशी मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। तीन लोगों के इस संयुक्त मकान के ढहने से प्रभावित परिवार को करीब 40 लाख के नुकसान का अनुमान है। गनीमत रही की हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। प्रदेश में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का यलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में 25 से 29 जुलाई तक भारी बारिश की आशंका है। 28 व 29 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। 30 व 31 जुलाई को भी बारिश जारी रहने की आशंका है। गौरतलब है कि प्रदेश में मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में अब तक 124 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 169 लोग घायल हुए हैं, चार लोग अब भी लापता हैं। मानसून के कारण प्रदेश को अब तक 423 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
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