हिमाचल प्रदेश

साहो में पेयजल संकट, नाले में आई बाढ़ से बह गई पाइपें

Gulabi Jagat
10 July 2022 3:16 PM GMT
साहो में पेयजल संकट, नाले में आई बाढ़ से बह गई पाइपें
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साहो क्षेत्र में हुई भारी वर्षा से निर्माणाधीन पावर प्रोजेक्ट सहित पेयजल पाइपलाइन व पुलिया को भारी क्षति पहुंची है। पाइपलाइन बह जाने के कारण साहो क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो गई है। ऐसे में लोगों को पीने के पानी के लिए यहां-वहां भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है।
पेयजल सप्लाई ठप होने के कारण क्षेत्र की करीब पांच से छह हजार की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हुई है। रविवार को लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए उन प्राकृतिक पेयजल स्रोतों का रुख करना पड़ा, जोकि घरों से कई किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
वहीं कुड़था-काकड़ैठ में ग्रोसन व सरेड़ी नाले के मिलन स्थल पर निर्माणाधीन तीन मेगावाट हिमगिरि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को भी भारी क्षति हुई है। भारी बारिश के कारण नाले में बाढ़ आने के चलते पावर प्रोजेक्ट के मिस्सचर, जेनरेटर, सेटरिग प्लेट, लोहे के एंगल, क्रेट सहित अन्य जरूरी सामग्री बह गई है। इससे पावर प्रोजेक्ट को लाखों का नुकसान हुआ है। पावर प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में जुटी कंपनी नुकसान का आकलन करने में जुट गई है।
इसके अलावा प्रोगा-धनग्रां के लोगों के लिए आवाजाही को लेकर बनी पुलिया के एक किनारे पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जबकि दूसरा किनारा बह गया है। इससे उक्त गांव के लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है। लोग उक्त पुलिया से साहो सहित अन्य क्षेत्रों के लिए सफर करते थे। दरारें आने के कारण लोगों के लिए आवाजाही करना किसी खतरे से खाली नहीं है। जब तक पुलिया का मरम्मत का कार्य नहीं किया जाता है, तब तक ग्रामीणों को आवाजाही करने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसके अलावा चंद्रशेखर महादेव के उद्गम स्थल कुनैला सीकर में भी पानी आने के कारण नुकसान हुआ है। मणिमहेश यात्रा के दौरान यहां पर भी श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं। लोगों का कहना है कि पेयजल पाइपलाइन को ऊपरी छोर से बिछाया जाए, ताकि आने वाले समय में इस तरह का नुकसान न हो सके।
भारी वर्षा से पेयजल पाइपलाइन सरेड़ी नाला व परोगा घराट के समीप बह गई है। इसके साथ ही अन्य स्थानों पर भी नुकसान हुआ है। पेयजल पाइपलाइन को दुरुस्त करने के लिए कर्मचारी जुट गए हैं। नुकसान का पता रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही चलेगा।
-राजेंद्र ठाकुर, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग चंबा।
नाले में बाढ़ आने के चलते निर्माणाधीन पावर प्रोजेक्ट का काफी सामान बह गया है। शुरुआती तौर पर प्रोजेक्ट को करीब 40 लाख का नुकसान होने का आकलन लगाया गया है। नुकसान का सही पता रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही चल पाएगा।
-परमेश कुमार, साइट इंचार्ज हिमगिरि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट।
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