हिमाचल प्रदेश

नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हुए देव पंझारी महाकाल, हजारों लोगों ने नवाया शीश

Shantanu Roy
16 Dec 2022 10:59 AM GMT
नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हुए देव पंझारी महाकाल, हजारों लोगों ने नवाया शीश
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बड़ी खबर
सोलन। एसीसी बरमाणा व अम्बुजा सीमैंट उद्योग दाड़लाघाट में अभी ताले लटके रहेंगे। सोलन व बिलासपुर में जिलाधीश की अध्यक्षता में वीरवार को कंपनी प्रबंधन के साथ हुई बैठक बेनतीजा ही समाप्त हो गई। सोलन में ट्रक ऑप्रेटर सभाओं के पदाधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे। अदानी ग्रुप ने वीरवार से एसीसी बरमाणा व अम्बुजा सीमैंट उद्योग को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। प्रदेश सरकार ने इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए दोनों जिला के डीसी को कंपनी प्रबंधन व ट्रक ऑप्रेटर सोसायटियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे ताकि मालभाड़े को लेकर शुरू हुए इस विवाद का हल निकाला जा सके। डीसी बिलासपुर पंकज राय की अध्यक्षता में एएससी प्रबंधन व परिवहन सभा बीडीटीएस के पदाधिकारियों के साथ 3 घंटे मैराथन बैठक चली लेकिन इसमें मालभाड़े को लेकर कोई भी फार्मूला तय नहीं हो सका। दोनों पक्ष अपने स्टैंड पर अड़े रहे। इसके कारण इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। अब फिर से 20 दिसम्बर को बैठक होगी। सोलन में कुछ ऐसी ही स्थिति है। डीसी सोलन कृतिका कुल्हरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में अम्बुजा सीमैंट कंपनी के प्रबंधक तो पहुंच गए लेकिन कंपनी में कार्यरत 8 ट्रक आप्रेटर सभा का कोई भी पदाधिकारी बैठक में नहीं पहुंचा। इसके कारण बैठक में कोई नतीजा निकलने की संभावना ही नहीं थी। अब यह बैठक 17 दिसम्बर को फिर से होगी।
कंपनी का मालभाड़े को लेकर अपना फार्मूला
कंपनी ने मालभाड़े को लेकर अपना फार्मूला तय किया हुआ है। ट्रक ऑप्रेटर सोसायटियों पर इसको लेकर दबाव भी बनाया जा रहा था। जब बात नहीं बनी तो कंपनी ने उद्योग ही बंद कर दिया। कंपनी ने ट्रक ऑप्रेटर परिवहन सभाओं को हिल एरिया में सीमैंट की ढुलाई का मालभाड़ा 6 रुपए प्रतिटन प्रति किलोमीटर व प्लेन में 3 रुपए प्रतिटन प्रति किलोमीटर का प्रस्ताव दिया है। यह रेट सरकार द्वारा वर्ष 2010 में निर्धारित किए थे। इसे ही लागू करने की योजना है जबकि वर्ष 2010 में इस रेट के साथ यह भी तय हुआ था कि डीजल की कीमतों में वृद्धि के साथ मालभाड़ा भी बढ़ेगा। टायर व स्पेयर पार्ट की कीमतों में बढ़ौतरी मालभाड़े में जुड़ेगी। वर्ष 2019 तक सब कुछ ठीक चला हुआ था। वर्ष 2010 में 6 रुपए प्रतिटन प्रति किलोमीटर का मालभाड़ा 10.54 रुपए प्रतिटन प्रति किलोमीटर हो गया है लेकिन 1 अप्रैल, 2019 के बाद मालभाड़ा नहीं बढ़ा है। ट्रक ऑप्रेटर सोसायटी इसे बढ़ाने की मांग कर रही है जबकि कंपनी प्रबंधन परिवहन खर्चा बढ़ने से उत्पादन लागत बढ़ने का हवाला दे रहा है। यह विवाद पिछले कई दिनों से चला हुआ था। फिर क्या था अदानी ग्रुप ने एसीसी व अम्बुजा प्लांट दोनों को ही बंद करने का निर्णय ले लिया। अब यह दोनों उद्योग अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गए।
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