हिमाचल प्रदेश

दिल्ली से पांवटा साहिब पहुंचा बेसहारा मासूम, कोरोना में खो दिए थे मां-बाप

Shantanu Roy
13 Jun 2023 10:21 AM GMT
दिल्ली से पांवटा साहिब पहुंचा बेसहारा मासूम, कोरोना में खो दिए थे मां-बाप
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पांवटा साहिब। दिल्ली में कोरोना काल में एक किशोर की खुशियों पर उस समय कहर टूटा, जब कोरोना ने उसके माता-पिता को छीन जिंदगी भर न भूलने वाला दर्द दे दिया और दो वक्त की रोटी के जुगाड़ में पांवटा साहिब पहुंचकर कूड़ा बीनने लगा। मोहम्मद सुल्तान (14) पुत्र स्व. नदीम निवासी मंगल बाजार, पूजा कालोनी दिल्ली का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि कोविड काल के दौरान सुल्तान के माता-पिता का निधन हो गया और वह बेसहारा हो गया। इसके बाद मासूम का पालन पोषण करने वाला कोई नहीं बचा। बताया जा रहा है कि सुल्तान पहले दिल्ली से हरिद्वार पहुंचा, लेकिन बच्चे ने भीख मांगना उचित नहीं समझा, वहां पर कूड़ा बीनने का काम शुरू किया। कुछ दिन वहां रहने के बाद मासूम पांवटा साहिब पहुंच गया।
राजबन की गिरी बस्ती में कूड़ा इक_ा कर रहा था। मासूम को कूड़ा बीनते देख लोगों ने इसकी सूचना राजबन पुलिस को दी। इसके बाद राजबन पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को रैस्क्यू किया। पुलिस पूछताछ में बच्चे ने बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है और वर्तमान में इसका कोई रहने का ठिकाना नहीं है। पुलिस को बताया कि वह अब दिल्ली नहीं जाना चाहता। इसके बाद पुलिस टीम ने पहले बच्चे को खाना खिलाया और उसके बाद नहला कर कपड़े बदले। जिला बाल कल्याण समिति नाहन पेश किया गया, जहां से मासूम को बाल आश्रम भेजा गया। उधर, पांवटा साहिब के डी.एस.पी. मानवेंद्र ठाकुर ने बताया कि राजबन पुलिस ने एक 14 वर्षीय बेसहारा बच्चे को कूड़ा बीनते हुए रैस्क्यू किया है। इसके बाद बच्चे को जिला बाल कल्याण समिति नाहन में पेश किया गया, जहां से उसेे बाल आश्रम में भेज दिया है।
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