हिमाचल प्रदेश

ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम को ट्रैक कर लोगों को चूना लगा रहे साइबर ठग

Gulabi Jagat
12 March 2023 9:23 AM GMT
ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम को ट्रैक कर लोगों को चूना लगा रहे साइबर ठग
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शिमला
गूगल प्ले स्टोर पर एक खतरनाक ऐप की पहचान हुई है। आपने एक्सोनोमोरफ ऐप को डाउनलोड किया है, तो तुरंत फोन से इस ऐप को डिलीट कर दें, वरना यह आपके ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम को ट्रैक करके आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकता है। इंटरनेट ने हमारा जीवन बहुत आसान बना दिया है शॉपिंग करनी हो या फिर किसी को पेमेंट करना हो, घर बैठे-बैठे पल भर में ये काम हो जाते हैं। कहीं जाने के लिए टिकट रिजर्व करनी हो याफिर होटल का कमरा बुक करना हो, अब धक्के खाने की जरूरत नहीं होती। मोबाइल फोन या कम्प्यूटर से ये काम चुटकी बजाते ही हो जाते हैं। लेकिन इन सुविधाओं के साथ-साथ धोखाधड़ी के मामले भी उसी रफ्तार से बढ़े हैं। अब इंटरनेट फ्रॉड के मामले इतने बढ़ गए हैं कि अपराधी आपके घर में आए बिना ही मीलों दूर बैठे-बैठे ही आपके पैसे हड़प कर लेते हैं।
इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है। तमाम ऐसी एप्लीकेशंस आ गई हैं जो एक क्लिक में आपका सारा डेटा या बैंक खाते में रखा पैसा चुरा लेती हैं। बताया जा रहा है कि थ्रेट फैवरिक ने एंड्रॉयड फोन में बैकिंग ट्रोजन एक्सोनोमोरफ को ट्रैक किया है। यह एक एंड्राइड मैलवेयर है, जो कि बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम देता है। यह यूजर्स का डेटा चोरी करता है। एक्सोनोमोरफ एक बार आपके स्मार्टफोन में इंस्टॉल हो जाता है, इसके बाद यह आपके फोन और मॉनिटर की हर एक्टिविटी को ट्रैक करता है। जब आप ऑनलाइन ट्रांजक्शन के लिए ऐप या फिर वेबसाइट का इस्तेमाल करते हैं, तो यह यह आपके लेनदेन का फेक इंटरफेस तैयार कर देता है और फिर यूजर्स बैंक फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। एक बार इंस्टॉल हो जाने पर, ट्रोजन स्मार्टफोन की स्क्रीन को कंट्रोल करने के लिए अनुमति का अनुरोध करता है। एक बार यह हो जाने के बाद, यह तमाम जानकारी जैसे लॉगिन डिटेल, एसएमएस और टू फेक्टर ऑथेंटीकेशन कोड का पता लगा लेता है। एंड्राइड मैलवेयर एप्प को लेकर साईबर सेल शिमला ने एडवाजरी जारी की है। साइबर सैल शिमला के एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि साइबर ठग एंड्रायड मैलवेयर ऐप्प के जरिए लोगों को ठगी की शिकार बना रहे हैं।
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